SBI की 2 दिग्गज कंपनियां शेयर बाजार में लेंगी एंट्री! चेयरमैन सेट्टी का बड़ा ऐलान

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के चेयरमैन सीएस सेट्टी ने बड़ा ऐलान किया है! बैंक की दो बड़ी सब्सिडियरी कंपनियां – SBI Mutual Fund और SBI General Insurance – जल्द शेयर बाजार में लिस्ट होंगी। हालांकि, अभी समय तय नहीं है। Business Standard BFSI Insight Summit 2025 में सेट्टी ने Credit Growth, Private Capex और बैंकिंग सेक्टर की चुनौतियों पर भी खुलकर बात की। क्या ये ऐलान SBI शेयरों में नई तेजी लाएगा? आइए, पूरी डिटेल्स जानते हैं – लोन की मांग से लेकर कर्मचारियों की ट्रेनिंग तक!

SBI की सब्सिडियरी कंपनियां लिस्टिंग की राह पर: कब और क्यों?

सेट्टी ने बताया कि SBI Mutual Fund और SBI General Insurance दोनों ही कंपनियां फाइनेंशियली मजबूत हैं। फिलहाल इन्हें फंडिंग की जरूरत नहीं है, लेकिन भविष्य में ग्रोथ के लिए शेयर बाजार में लिस्टिंग का प्लान है। समय अभी तय नहीं, लेकिन ये कदम SBI ग्रुप को और मजबूत बनाएगा।

सेट्टी के शब्दों में: “ये कंपनियां खुद को सस्टेन करने में सक्षम हैं, लेकिन लिस्टिंग से नए अवसर मिलेंगे।”

ये ऐलान निवेशकों के लिए बड़ा मौका हो सकता है, क्योंकि SBI Mutual Fund का AUM (Assets Under Management) ₹10 लाख करोड़ से ज्यादा है, जबकि SBI General Insurance प्रीमियम ग्रोथ में टॉप पर है।

भारत में Credit Growth मजबूत: लेकिन सेक्टर्स में फर्क

सेट्टी ने कहा कि देश में कुल Credit Growth अच्छी है – SBI इसमें पीछे नहीं है। लेकिन सेक्टर्स में अंतर है:

  • MSME और कृषि सेक्टर: 16-17% की तेज ग्रोथ। बेहतर प्लानिंग और डेटा से बैंक भरोसा कर रहे हैं।
  • कॉरपोरेट सेक्टर: सिर्फ 11-12% ग्रोथ। कंपनियों के पास 13-14 लाख करोड़ कैश है, इसलिए नया लोन कम ले रही हैं।
सेक्टरCredit Growthकारण
MSME & कृषि16-17%बेहतर प्लानिंग, डेटा ट्रांसपेरेंसी
कॉरपोरेट11-12%ज्यादा कैश, कम लोन डिमांड

सेट्टी बोले: “हम कुल ग्रोथ में मजबूत हैं, बस सेक्टर-वाइज बैलेंस देखना है।”

Private Capex में सुधार की उम्मीद: क्या है चुनौतियां?

सेट्टी ने कहा कि सरकार और बैंक Private Capex बढ़ाना चाहते हैं। कंपनियां अब 90% कैपेसिटी पर चल रही हैं (पहले 70-75%)। लेकिन ग्लोबल अनिश्चितता, सप्लाई चेन इश्यूज से रफ्तार धीमी है।

उम्मीद: घरेलू डिमांड से जल्द रिकवरी। “भारत की डिमांड स्ट्रॉन्ग है, Private Capex बढ़ेगा।”

RBI के 22 सुधार: बैंकिंग के लिए भरोसा बढ़ाने वाले

सेट्टी ने RBI के अक्टूबर सुधारों की तारीफ की। M&A Financing की अनुमति से बैंकों को नई राह मिली।

“ये सुधार बैंकिंग सिस्टम में Confidence का संकेत हैं।”

SBI में टैलेंट रिटेंशन: Attrition Rate सिर्फ 0.5%

SBI में कर्मचारी नौकरी नहीं छोड़ते – Attrition Rate 0.5% से कम। कारण: सालाना ₹550 करोड़ की ट्रेनिंग, औसतन 60 घंटे प्रति कर्मचारी।

सेट्टी: “हमारे लोग सिर्फ SBI के लिए नहीं, पूरे सिस्टम के लिए तैयार होते हैं। Leadership और Learning यहां की USP है।”

Technology से SBI की Balance Sheet दोगुनी: UPI का कमाल

SBI हर 6-7 साल में Balance Sheet दोगुनी कर लेता है। तकनीक की वजह से रोज 22 करोड़ UPI Transactions होते हैं।

सेट्टी: “SBI अब टॉप Tech Investors में से एक है।”

डिपॉजिट्स जुटाना चुनौती: CASA Ratio गिर रहा

सेट्टी ने माना कि Deposits जुटाना मुश्किल हो रहा है। CASA Ratio हर तिमाही घट रहा, क्योंकि लोग शेयरों और MF में निवेश कर रहे हैं। लेकिन पैसा आखिर बैंकिंग सिस्टम में लौटता है – सिक्योरिटी और ट्रस्ट की वजह से।

“हर बैंकर मानता है कि Deposits पहले जितने आसान नहीं रहे।”

SBI शेयर प्राइस: क्या है आउटलुक?

  • लास्ट क्लोज: ₹825 (NSE)
  • YTD रिटर्न: +12%
  • टारगेट: ₹950-1000 (एक्सपर्ट्स)

सब्सिडियरी लिस्टिंग से शेयर में बूस्ट मिल सकता है। लेकिन ग्लोबल इकोनॉमी पर नजर रखें।

अंत में: सेट्टी का ऐलान SBI को नेक्स्ट लेवल पर ले जाएगा। क्या आप SBI शेयर में निवेश करेंगे? कमेंट्स में बताएं!

स्रोत: Business Standard, SBI आधिकारिक बयान (29 अक्टूबर 2025)

FAQs

प्रश्न: SBI Mutual Fund की लिस्टिंग कब?

उत्तर: समय तय नहीं, लेकिन प्लान है।

प्रश्न: SBI में जॉब क्यों स्टेबल?

उत्तर: लो Attrition Rate, हाई ट्रेनिंग इन्वेस्टमेंट।

प्रश्न: Credit Growth कितनी?

उत्तर: ओवरऑल स्ट्रॉन्ग, MSME में 17%।

डिस्क्लेमर: ये निवेश सलाह नहीं। बाजार जोखिमों के अधीन। एक्सपर्ट से सलाह लें।

Suzlon शेयर ₹60 के पार धमाकेदार रैली! 12% साप्ताहिक उछाल, Q2 रिजल्ट्स 4 नवंबर – क्या ₹80 टारगेट बनेगा हकीकत?

Dabur Q2 रिजल्ट्स ने उड़ाए होश! ₹445 Cr प्रॉफिट जंप 6.5%, रेवेन्यू ₹3,191 Cr पर – क्या शेयर में आएगी तेजी?

Zerodha Coin पर FD! बिना Savings Account के खोलें हाई-इंटरेस्ट FD – जल्द लॉन्च, क्या बदलेगा निवेश का खेल?

Leave a Comment