क्या आपका पोर्टफोलियो सिर्फ भारत की सीमाओं तक सिमटा हुआ है? अगर हां, तो सावधान! वैश्विक बाजारों की उछाल – US टेक बूम से लेकर ग्लोबल MNCs की ग्रोथ तक – आपकी मिस हो रही हो सकती है। आज के दौर में, जहां इंडियन स्टॉक मार्केट रिकॉर्ड हाई पर है, लेकिन जियोपॉलिटिकल रिस्क्स और करेंसी फ्लक्चुएशंस बढ़ रहे हैं, डाइवर्सिफिकेशन ही असली ‘सुपरपावर’ है।
हम लेकर आए हैं टॉप इंटरनेशनल म्यूचुअल फंड्स फॉर इंडियन इन्वेस्टर्स 2025 की लिस्ट। ये फंड्स US टेक जायंट्स, ग्लोबल सेक्टोरल लीडर्स और इंटरनेशनल इक्विटी में एक्सपोजर देते हैं, जो आपके SIP को ‘बॉर्डरलेस’ बना सकते हैं। लेकिन याद रखें, हाई रिटर्न के साथ हाई वोलेटिलिटी भी आती है। चलिए, डीटेल में जानते हैं कैसे ये फंड्स आपकी वेल्थ को नेक्स्ट लेवल पर ले जा सकते हैं।
क्यों निवेश करें इंटरनेशनल म्यूचुअल फंड्स में? डाइवर्सिफिकेशन का ‘ग्लोबल एज’
भारतीय निवेशक अब सिर्फ Nifty 50 या Sensex पर निर्भर नहीं रह सकते। RBI की लिबरलाइजेशन पॉलिसी के तहत, आप सालाना $250,000 तक LRS (Liberalised Remittance Scheme) के जरिए विदेशी एसेट्स में इन्वेस्ट कर सकते हैं। इंटरनेशनल फंड्स – जो फंड ऑफ फंड्स (FoF) या फीडर फंड्स के रूप में उपलब्ध हैं – आसान एंट्री देते हैं।
मुख्य बेनिफिट्स:
- जियोग्राफिकल डाइवर्सिफिकेशन: भारत के 70% GDP ग्रोथ पर निर्भर न रहें; US, Europe और Asia-Pacific मार्केट्स से बैलेंस मिलता है।
- सेक्टोरल एक्सपोजर: टेक, हेल्थकेयर और कंज्यूमर गुड्स जैसे सेक्टर्स में ग्रोथ, जो इंडिया में लिमिटेड हैं।
- करेंसी हेज: रुपये की वैल्यू में गिरावट पर डॉलर-बेस्ड एसेट्स प्रोटेक्शन देते हैं।
- लॉन्ग-टर्म रिटर्न: पास्ट 5 सालों में एवरेज 15-20% CAGR, जबकि इंडियन इक्विटी 12-15% पर।
लेकिन, न्यूज अपडेट: 2025 में US Fed की रेट कट्स और China की रिकवरी से ये फंड्स 25%+ रिटर्न दे सकते हैं। AMFI डेटा के मुताबिक, इंटरनेशनल फंड्स में AUM 2025 में 20% बढ़ा है। अब आते हैं टॉप पिक्स पर!
टॉप 5 इंटरनेशनल म्यूचुअल फंड्स: डिटेल्ड रिव्यू विद परफॉर्मेंस डेटा
हमने 2025 के लेटेस्ट NAV, AUM और 3-5 साल के रिटर्न्स पर बेस्ड ये सिलेक्शन किया है। सभी डायरेक्ट ग्रोथ ऑप्शन पर फोकस, मिनिमम इन्वेस्टमेंट ₹500 से शुरू। (डेटा: 31 अगस्त 2025 तक, सोर्स: Value Research & Morningstar)
फंड नेम | AUM (₹ Cr) | 1-ईयर रिटर्न (%) | 5-ईयर CAGR (%) | फोकस एरिया | एक्सपेंस रेशियो (%) |
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Motilal Oswal Nasdaq 100 FoF | 8,500 | 28.5 | 22.1 | US टेक (Apple, Microsoft, Nvidia) | 0.58 |
Mirae Asset NYSE FANG+ ETF FoF | 3,246 | 35.2 | 24.8 | FANG+ स्टॉक्स (Meta, Amazon, Tesla) | 0.65 |
ICICI Prudential US Bluechip Equity Fund | 4,200 | 18.7 | 16.5 | US ब्लूचिप्स (JPMorgan, Visa) | 1.05 |
Franklin India Feeder – US Opportunities Fund | 2,800 | 20.1 | 17.2 | US ग्रोथ स्टॉक्स (Berkshire Hathaway) | 0.95 |
DSP Global Innovation FoF | 1,500 | 22.4 | 19.3 | ग्लोबल इनोवेशन (Tesla, Shopify) | 1.20 |
1. Motilal Oswal Nasdaq 100 FoF: टेक बूम का ‘नास्डैक किंग’
ये फंड Nasdaq-100 इंडेक्स को ट्रैक करता है, जहां 50% अलोकेशन टॉप टेक जायंट्स में। 2025 में AI बूम से 28%+ रिटर्न, लेकिन वोलेटिलिटी हाई (स्टैंडर्ड डेविएशन 18%)। SIP के जरिए इन्वेस्ट करें तो एवरेज कॉस्टिंग से रिस्क कम। Nvidia की 150% ग्रोथ ने इसे सुपरचार्ज किया!
2. Mirae Asset NYSE FANG+ ETF FoF: हाई-ग्रोथ ‘FANG फ्यूचर’
अगस्त 2025 तक AUM ₹3,246 करोड़, स्ट्रॉन्ग कंसंट्रेशन इन टेक्नोलॉजी, कम्युनिकेशन सर्विसेज और इंटरनेट कंपनियों में। ये प्योर ग्रोथ फंड है, लेकिन सेक्टोरल करेक्शन में वोलेटाइल। 5-ईयर रिटर्न 24.8% – परफेक्ट फॉर अग्रेसिव इन्वेस्टर्स। 10-15% पोर्टफोलियो अलोकेशन रखें।
3. ICICI Prudential US Bluechip Equity Fund: स्टेबल ‘अमेरिकन रॉक’
US के टॉप 50 ब्लूचिप कंपनियों पर फोकस, जैसे फाइनेंशियल्स और कंज्यूमर स्टेपल्स। लोअर वोलेटिलिटी (12%) के साथ 16.5% 5-ईयर CAGR। 2025 के इंटरेस्ट रेट कट्स से बेनिफिट। Fed की पॉलिसी से ये फंड 20%+ हिट करने को रेडी!
4. Franklin India Feeder – US Opportunities Fund: वैल्यू + ग्रोथ का ‘मिक्स मास्टर’
फ्रैंकलिन टेम्पलटन का ग्लोबल फंड, जो US ऑपर्च्युनिटीज को फीड करता है। DII (Domestic Institutional Investors) का फेवरेट, 17.2% लॉन्ग-टर्म रिटर्न। रिस्क: करेंसी फ्लक्चुएशंस।
5. DSP Global Innovation FoF: इनोवेशन का ‘ग्लोबल इंजन’
टेक, हेल्थकेयर और कंज्यूमर इनोवेशन पर बेट। Shopify, Zoom जैसे स्टॉक्स से 19.3% CAGR। 2025 में EV और AI थीम्स से बूस्ट।
रिस्क्स और सावधानियां: ‘डाइवर्सिफाई विद केयर’
इंटरनेशनल फंड्स डाइवर्सिफिकेशन देते हैं, लेकिन रिस्क-फ्री नहीं। US टेक्नोलॉजी जैसे स्पेसिफिक सेक्टर्स पर फोकस से वोलेटिलिटी बढ़ सकती है – मार्केट करेक्शन में 20-30% ड्रॉडाउन पॉसिबल। करेंसी रिस्क (INR vs USD), जियोपॉलिटिकल टेंशंस (US-China ट्रेड वॉर) और हाई एक्सपेंस रेशियो (0.5-1.2%) को ध्यान दें।
एक्सपर्ट टिप: कुल पोर्टफोलियो का 10-20% ही इंटरनेशनल में रखें। लॉन्ग-टर्म (5+ साल) हॉराइजन रखें, और SIP से एंटर करें। टैक्स: LTCG 12.5% (₹1.25 लाख एग्जेम्प्शन के बाद)। SEBI की नई गाइडलाइंस से फंड्स ज्यादा ट्रांसपेरेंट हो गए हैं।
कन्क्लूजन: अभी शुरू करें, बॉर्डर्स पार उड़ान भरें!
2025 वैश्विक रिकवरी का साल है – US GDP 2.5% ग्रोथ, Europe में ग्रीन एनर्जी बूम। इंटरनेशनल म्यूचुअल फंड्स आपके पोर्टफोलियो को बैलेंस्ड और फ्यूचर-प्रूफ बनाएंगे। Motilal Oswal या Mirae Asset से शुरू करें, लेकिन फाइनेंशियल एडवाइजर से कंसल्ट करें। क्या आप रेडी हैं ग्लोबल वेल्थ क्रिएशन के लिए? कमेंट्स में बताएं!
डिस्क्लेमर: ये इन्वेस्टमेंट एडवाइज नहीं है। पास्ट परफॉर्मेंस फ्यूचर रिजल्ट्स की गारंटी नहीं। सोर्स: AMFI, Value Research
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