मीशो आईपीओ: 52,500 करोड़ रुपये की वैल्यूएशन पर दिसंबर में हो सकता है धमाकेदार लॉन्च

मीशो आईपीओ डेट की तैयारी जोरों पर है। ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म मीशो, जो भारत के सोशल कॉमर्स सेक्टर में तेजी से बढ़ रहा है, अब शेयर बाजार में एंट्री के लिए पूरी तरह तैयार हो चुका है। कंपनी ने सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर्स दाखिल कर दिए हैं और मीशो आईपीओ 2025 के तहत दिसंबर के शुरुआती हफ्तों में लिस्टिंग की उम्मीद है। पोस्ट-मनी वैल्यूएशन 52,500 करोड़ रुपये (लगभग 5.93 बिलियन डॉलर) तय की गई है, जो निवेशकों के बीच जबरदस्त उत्साह पैदा कर रही है।

मीशो आईपीओ का आकार और फंडरेजिंग प्लान

मीशो का यह मेगा आईपीओ कुल 4,250 करोड़ रुपये का होगा, जिसमें 17.57 करोड़ इक्विटी शेयर्स ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए बेचे जाएंगे। यह नया इश्यू कंपनी को मजबूत वित्तीय आधार देगा। मीशो आईपीओ अमाउंट इतना बड़ा होने से स्टार्टअप इकोसिस्टम में नई ऊर्जा का संचार हो रहा है।

कंपनी ने जुलाई में सेबी के पास कन्फिडेंशियल ड्राफ्ट फाइल की थी, उसके बाद 18 अक्टूबर को UDRHP-1 दाखिल किया गया। अगले हफ्ते UDRHP-2 फाइल होने की उम्मीद है। रोडशो और निवेशक मीटिंग्स के बाद मीशो आईपीओ वैल्यूएशन को फाइनल किया गया है, जो बाजार की सकारात्मक प्रतिक्रिया को दर्शाता है।

प्रमुख निवेशक और शेयरहोल्डर्स कौन हैं?

मीशो आईपीओ में कई बड़े नाम शेयर बेचने वाले हैं। इनमें प्रमुख हैं:

  • इलेक्ट्रेशन कैपिटल
  • पीक XV (पूर्व फाल्कन एज)
  • हाईवे सीरीज 1
  • वाई कॉम्बिनेटर कंटिन्यूटी होल्डिंग्स
  • फाउंडर्स विदित आत्रेय और संजीव कुमार

इसके अलावा, सॉफ्टबैंक और प्रोसस जैसे ग्लोबल इनवेस्टर्स भी कंपनी के मजबूत बैकिंग का हिस्सा हैं। ये निवेशक मीशो आईपीओ न्यूज को और आकर्षक बना रहे हैं, क्योंकि उनका विश्वास कंपनी की ग्रोथ पोटेंशियल पर आधारित है।

फंड का उपयोग: क्या प्लान है मीशो का?

मीशो आईपीओ प्रोसीड्स का इस्तेमाल कई रणनीतिक क्षेत्रों में होगा:

  • क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश, खासकर MTPL के लिए।
  • मशीन लर्निंग और AI टीमों के लिए सैलरी और डेवलपमेंट।
  • मार्केटिंग और ब्रांडिंग पर खर्च बढ़ाना।
  • इनऑर्गेनिक ग्रोथ के लिए, जैसे एक्विजिशन और पार्टनरशिप।

ये कदम कंपनी को भारत के ई-कॉमर्स मार्केट में और मजबूत बनाएंगे, जहां प्रतिस्पर्धा रिलायंस, अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसे दिग्गजों से है।

मीशो कंपनी का बैकग्राउंड: सोशल कॉमर्स का किंग

बेंगलुरु बेस्ड मीशो एक मल्टी-साइडेड टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म है, जो कंज्यूमर्स, सेलर्स, लॉजिस्टिक्स पार्टनर्स और कंटेंट क्रिएटर्स को जोड़ता है। इसका फोकस है कम लागत वाला चैनल देकर सेलर्स को लो प्राइस प्रोडक्ट्स ऑफर करना। मीशो आईपीओ 2025 से पहले कंपनी ने लाखों यूजर्स को जोड़ा है, खासकर टियर-2 और टियर-3 शहरों में, जहां सोशल मीडिया के जरिए शॉपिंग का ट्रेंड बढ़ रहा है।

फाउंडेड विदित आत्रेय और संजीव कुमार द्वारा, मीशो ने महामारी के दौरान तेज ग्रोथ हासिल की। आज यह भारत का सबसे बड़ा सोशल कॉमर्स प्लेटफॉर्म है, जो महिलाओं और छोटे बिजनेस को एम्पावर करने पर जोर देता है।

क्यों है खास यह आईपीओ? बाजार के लिए क्या मतलब?

मीशो आईपीओ डेट नजदीक आते ही शेयर मार्केट में हलचल बढ़ गई है। 52,500 करोड़ की पोस्ट मनी वैल्यूएशन इसे 2025 के टॉप आईपीओ में शुमार कर रही है। निवेशकों के लिए यह मौका है एक हाई-ग्रोथ स्टॉक में एंट्री का, जबकि कंपनी को कैपिटल मिलेगा एक्सपैंशन के लिए। हालांकि, मार्केट वोलेटिलिटी और रेगुलेटरी अप्रूवल पर नजर रखनी होगी।

निष्कर्ष: मीशो आईपीओ लेटेस्ट अपडेट बताते हैं कि यह न सिर्फ कंपनी का माइलस्टोन है, बल्कि भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम की ताकत का प्रतीक भी। अगर आप निवेश की सोच रहे हैं, तो रिसर्च करें और एक्सपर्ट्स से सलाह लें।

डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल सूचना उद्देश्य के लिए है। निवेश से पहले फाइनेंशियल एडवाइजर से परामर्श लें।

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