LIC ने बढ़ाई टाटा ग्रुप कंपनी में हिस्सेदारी: 7% के पार पहुंची, कंपनी को मिला निवेशक समर्थन

लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (LIC) ने टाटा ग्रुप की प्रमुख कंपनी वोल्टास लिमिटेड में अपनी हिस्सेदारी को बढ़ा दिया है। बाजार बंद होने के बाद सोमवार को कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को फाइलिंग के जरिए इसकी जानकारी दी। LIC ने अतिरिक्त 2.038% शेयर खरीदकर अपनी कुल हिस्सेदारी को 7.089% तक पहुंचा लिया है। यह कदम वोल्टास के लिए एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है, खासकर कंपनी के हालिया कमजोर तिमाही नतीजों के बीच।

वोल्टास में LIC की बढ़ती रुचि: कितने शेयर खरीदे?

वोल्टास लिमिटेड, जो एयर कंडीशनिंग, रेफ्रिजरेशन प्रोडक्ट्स, एयर कूलर्स और कूलिंग सॉल्यूशंस के क्षेत्र में अग्रणी है, ने सोमवार को BSE और NSE को सूचित किया कि LIC ने हाल ही में अपनी स्टेकिंग बढ़ाई है। इस अधिग्रहण से LIC के पास अब वोल्टास के कुल शेयरों का 7% से अधिक हो गया है। हालांकि, फाइलिंग में पिछले प्रतिशत का स्पष्ट उल्लेख नहीं किया गया, लेकिन यह स्पष्ट है कि यह निवेश कंपनी के वित्तीय स्वास्थ्य को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

LIC का यह निवेश भारतीय शेयर बाजार में संस्थागत निवेशकों की बढ़ती रुचि को दर्शाता है। वोल्टास जैसी स्थापित कंपनी में हिस्सेदारी बढ़ाना न केवल कंपनी के भविष्य के प्रति विश्वास जताता है, बल्कि निवेशकों के लिए भी आकर्षक अवसर पैदा कर सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि LIC की एंट्री से वोल्टास के शेयरों में स्थिरता आ सकती है।

वोल्टास के हालिया नतीजे: चुनौतियां बरकरार, लेकिन उम्मीदें कायम

वोल्टास ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर 2025) के लिए निराशाजनक परिणाम घोषित किए हैं। कंपनी का शुद्ध लाभ पिछले वर्ष की समान तिमाही के ₹134 करोड़ से 74.4% गिरकर ₹34.3 करोड़ रह गया। इसी तरह, कुल राजस्व में भी 10.4% की कमी आई और यह ₹2,619 करोड़ से घटकर ₹2,347 करोड़ पर आ गया।

इन नतीजों के बावजूद, वोल्टास की मजबूत घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति इसे बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाए रखती है। कंपनी एयर कंडीशनिंग सेक्टर में टाटा ग्रुप का प्रमुख ब्रांड है और गर्मियों के मौसम में इसकी मांग हमेशा ऊंची रहती है। LIC की बढ़ती हिस्सेदारी ऐसे समय में आई है जब कंपनी को राजस्व वृद्धि के लिए नई रणनीतियां अपनानी पड़ रही हैं।

शेयर बाजार की प्रतिक्रिया: वोल्टास के शेयरों में गिरावट

सोमवार को वोल्टास के शेयर BSE पर ₹1,361 के भाव पर बंद हुए, जो पिछले सत्र से 2.49% नीचे था। पिछले एक वर्ष में कंपनी के शेयरों में कुल 17.23% की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि, LIC की फाइलिंग के बाद निवेशक भावनाओं में सुधार की संभावना है। शेयर बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि संस्थागत निवेश जैसे LIC का सपोर्ट लंबी अवधि में शेयर मूल्य को स्थिर करने में मददगार साबित हो सकता है।

भविष्य की संभावनाएं: LIC का निवेश क्यों महत्वपूर्ण?

LIC भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी है और इसका शेयर बाजार में निवेश हमेशा बाजार की दिशा निर्धारित करता है। वोल्टास में 7% से अधिक हिस्सेदारी पार करने से कंपनी को कॉर्पोरेट गवर्नेंस और वित्तीय स्थिरता में मजबूती मिलेगी। यह कदम एयर कंडीशनिंग मार्केट में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच वोल्टास के लिए एक बूस्टर की तरह काम कर सकता है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे कंपनी के आगामी तिमाहियों के प्रदर्शन पर नजर रखें।

डिस्क्लेमर: यह लेख मूल विश्लेषण और सार्वजनिक डेटा पर आधारित है। निवेश से पहले खुद की रिसर्च करें या विशेषज्ञ सलाह लें।

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