भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच टॉप 10 सबसे मूल्यवान कंपनियों की कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन में मिश्रित रुख देखा गया। पिछली सप्ताह में इनमें से पांच कंपनियों की संयुक्त मार्केट वैल्यू में भारी उछाल आया, जो कुल ₹72,285 करोड़ बढ़ी। आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनियां टीसीएस और इंफोसिस इस बढ़त की अगुआई करती नजर आईं। बाजार विश्लेषकों के अनुसार, यह तेजी सेक्टर-विशिष्ट प्रदर्शन और वैश्विक आउटसोर्सिंग डिमांड से प्रेरित है।
सेंसेक्स-निफ्टी में मामूली गिरावट के बावजूद मजबूत रिकवरी
पिछले हफ्ते बीएसई सेंसेक्स में महज 5.7 अंकों की मामूली बढ़त दर्ज की गई, जबकि एनएसई निफ्टी 16.5 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ। फिर भी, चुनिंदा ब्लू-चिप स्टॉक्स ने निवेशकों का भरोसा कायम रखा। रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे ऊपर बनी रही, लेकिन इसकी मार्केट वैल्यू में कमी आई। कुल मिलाकर, बाजार की अस्थिरता के बीच आईटी और फाइनेंशियल सेक्टर ने राहत की सांस दी।
सबसे ज्यादा लाभ उठाने वाली कंपनियां: TCS और Infosys का जलवा
पांच कंपनियों ने अपनी मार्केट वैल्यू में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की। यहां विस्तृत आंकड़े हैं:
| कंपनी का नाम | मार्केट वैल्यू वृद्धि (₹ करोड़ में) | नई मार्केट वैल्यू (₹ करोड़ में) |
|---|---|---|
| टीसीएस (TCS) | 35,909.52 | 11,71,862.37 |
| इंफोसिस (Infosys) | 23,404.55 | 6,71,366.53 |
| बजाज फाइनेंस | 6,720.28 | 6,52,396.39 |
| भारती एयरटेल | 3,791.90 | 12,01,832.74 |
| आईसीआईसीआई बैंक | 2,458.49 | 9,95,184.46 |
टीसीएस ने सबसे अधिक ₹35,909 करोड़ का फायदा कमाया, जो आईटी सेक्टर की मजबूती को दर्शाता है। इसी तरह, इंफोसिस ने ₹23,404 करोड़ की बढ़ोतरी के साथ दूसरे नंबर पर जगह बनाई। इन कंपनियों के शेयरों में निवेशकों की दिलचस्पी वैश्विक डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन ट्रेंड्स से जुड़ी हुई है।
नुकसान झेलने वाली कंपनियां: रिलायंस और LIC में बड़ी गिरावट
दूसरी ओर, शीर्ष 10 कंपनियों में से पांच ने अपनी वैल्यू खो दी। सबसे ज्यादा प्रभावित रिलायंस इंडस्ट्रीज रही, जिसकी मार्केट कैप ₹35,116 करोड़ घटी। एलआईसी ने ₹15,559 करोड़ का नुकसान उठाया। यहां घाटे का ब्योरा:
| कंपनी का नाम | मार्केट वैल्यू कमी (₹ करोड़ में) | नई मार्केट वैल्यू (₹ करोड़ में) |
|---|---|---|
| रिलायंस इंडस्ट्रीज | 35,116.76 | 20,85,218.71 |
| एलआईसी (LIC) | 15,559.49 | 5,50,021.80 |
| एसबीआई | 7,522.96 | 8,96,662.19 |
| एचडीएफसी बैंक | 5,724.03 | 15,43,019.64 |
| लार्सन एंड टूब्रो | 4,185.39 | 5,55,459.56 |
यह गिरावट तेल कीमतों में उतार-चढ़ाव, बैंकिंग सेक्टर की चुनौतियों और इंश्योरेंस मार्केट की अनिश्चितताओं से जुड़ी बताई जा रही है।
टॉप 10 कंपनियों की वर्तमान रैंकिंग
मार्केट कैपिटलाइजेशन के आधार पर टॉप 10 कंपनियों की रैंकिंग में कोई बदलाव नहीं हुआ। सूची इस प्रकार है:
- रिलायंस इंडस्ट्रीज – ₹20,85,218.71 करोड़
- एचडीएफसी बैंक – ₹15,43,019.64 करोड़
- भारती एयरटेल – ₹12,01,832.74 करोड़
- टीसीएस – ₹11,71,862.37 करोड़
- आईसीआईसीआई बैंक – ₹9,95,184.46 करोड़
- एसबीआई – ₹8,96,662.19 करोड़
- इंफोसिस – ₹6,71,366.53 करोड़
- बजाज फाइनेंस – ₹6,52,396.39 करोड़
- लार्सन एंड टूब्रो – ₹5,55,459.56 करोड़
- एलआईसी – ₹5,50,021.80 करोड़
निवेशकों के लिए क्या मतलब?
यह बाजार आंकड़ा दर्शाता है कि चुनिंदा सेक्टरों में निवेश अभी भी फायदेमंद हो सकता है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि आईटी स्टॉक्स जैसे TCS और Infosys पर नजर रखें, जबकि एनर्जी और बैंकिंग सेक्टर में सतर्क रहें। कुल मिलाकर, भारतीय बाजार की लचीलापन वैश्विक चुनौतियों के बीच एक सकारात्मक संकेत है।
नोट: यह विश्लेषण 7 दिसंबर 2025 तक के आंकड़ों पर आधारित है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम भरा होता है, कृपया सलाहकार से परामर्श लें।
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