Cognizant India IPO: TCS को टक्कर! $19.74 बिलियन वाली IT कंपनी बनेगी दूसरी सबसे बड़ी कंपनी

Cognizant India IPO: अमेरिकी IT दिग्गज Cognizant अब भारतीय शेयर बाजार में दस्तक देने की तैयारी में है! Nasdaq पर पिछले 27 साल से लिस्टेड यह कंपनी अब भारत में IPO लाने की प्लानिंग कर रही है। अगर Cognizant की लिस्टिंग होती है, तो यह TCS के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी लिस्टेड IT सर्विसेज कंपनी बन सकती है।

भारत में लिस्टिंग का यह कदम कंपनी को उच्च वैल्यूएशन, मजबूत रिटेल इन्वेस्टर्स बेस और IT सेक्टर की तेजी का बड़ा फायदा दिला सकता है। वहीं भारतीय निवेशकों के लिए भी यह ग्लोबल टेक लीडर में निवेश का ज़बरदस्त मौका साबित हो सकता है।

कुल मिलाकर, Cognizant का यह मूव IT इंडस्ट्री में बड़ी हलचल पैदा कर रहा है — और मार्केट एक्सपर्ट्स इसे गेम-चेंजर IPO मान रहे हैं। चलिए, आगे जानिए इस धमाकेदार खबर की पूरी डिटेल्स, वो भी आसान और सरल भाषा में!

भारत IPO: Cognizant का अगला बड़ा दांव क्या है?

Cognizant के CFO जतिन दलाल के अनुसार, कंपनी फिलहाल शेयरधारकों के लिए वैल्यू बढ़ाने के नए विकल्प तलाश रही है—और इसी रणनीति के तहत भारत में IPO लाने और सेकेंडरी लिस्टिंग का प्रस्ताव सक्रिय विचार में है। इसका मतलब यह होगा कि कंपनी नई शेयर जारी करके फंड जुटाएगी (Primary Offering) और साथ ही मौजूदा शेयरों को भी भारतीय स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट किया जा सकेगा।

हालांकि, दलाल ने यह भी स्पष्ट किया कि यह अभी लॉन्ग-टर्म प्लानिंग स्टेज में है और कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। लिस्टिंग का फैसला मार्केट कंडीशंस, इन्वेस्टर सेंटिमेंट और रेग्युलेटरी फैक्टर्स पर निर्भर करेगा।

Cognizant का भारत से जुड़ाव काफी गहरा है। FY24 में कंपनी ने $19.74 billion का रेवेन्यू दर्ज किया था, और इसके कुल वर्कफोर्स का दो-तिहाई हिस्सा (241,500 कर्मचारी) भारत में काम करता है। यही कारण है कि बाजार विशेषज्ञ मानते हैं कि भारतीय एक्सचेंज पर लिस्टिंग से कंपनी को वैल्यूएशन प्रीमियम, मजबूत रिटेल इन्वेस्टर बेस और ब्रांड रिलेशनशिप का बड़ा लाभ मिल सकता है।

अगर यह IPO आता है, तो Cognizant Infosys और Wipro के बाद तीसरी ऐसी IT कंपनी बन जाएगी जो भारत और अमेरिका—दोनों बाजारों में लिस्टेड होगी।

जतिन दलाल ने कहा,

“हम शेयरधारकों के हित में सबसे बेहतर कदम ही उठाएंगे।”

गौरतलब है कि हाल के वर्षों में भारतीय IT कंपनियों की लिस्टिंग में तेजी देखी गई है—Hexaware Technologies ने फरवरी 2025 में IPO लॉन्च किया, जबकि Happiest Minds Technologies ने 2020 में सफल लिस्टिंग की थी। Cognizant का संभावित IPO इसी ट्रेंड को और मजबूती दे सकता है।

वैल्यूएशन का जादू: भारत में Cognizant को क्यों मिलेंगे ज़्यादा दाम?

एक बड़ा सवाल उठता है—जब IT कंपनियों का 90% से अधिक रेवेन्यू विदेशों से आता है, तो Cognizant भारत में लिस्टिंग क्यों चाहती है? इसका सबसे बड़ा कारण है वैल्यूएशन मल्टीपल्स का जबरदस्त अंतर

अमेरिकी बाजार में इस समय Cognizant का Price-to-Earnings (P/E) Ratio करीब 13 है। इसके मुकाबले भारतीय IT दिग्गज TCS और Infosys 22–23 P/E पर ट्रेड कर रहे हैं—यानी लगभग 70% तक का वैल्यूएशन प्रीमियम। यही गैप Cognizant के लिए वैल्यूएशन आर्बिट्राज का गोल्डन अवसर बनकर दिख रहा है।

मार्केट एक्सपर्ट शंकर शर्मा कहते हैं:

“भारत का इक्विटी मार्केट हमेशा प्रीमियम वैल्यूएशन देता है। US या UK लिस्टेड कंपनियों की तुलना में भारत में, चाहे वो Zomato हो, FMCG सेक्टर हो या ऑटो कंपनियां—इन सबको हाई मल्टीपल्स मिलते हैं। Cognizant उसी प्रीमियम का फायदा लेना चाहता है।”

सरल भाषा में कहें तो—अगर Cognizant भारत में लिस्ट होता है, तो शेयरों की वैल्यू अधिक दाम पर मिल सकती है, जिससे शेयरधारकों की कमाई और रिटर्न दोनों बढ़ेंगे। यही कारण है कि कंपनी भारत में लिस्टिंग को एक स्ट्रैटेजिक वैल्यू-क्रिएशन मूव मान रही है।

Q3 रिजल्ट्स: उम्मीद से बेहतर, ग्रोथ ने मचाया धूम

Cognizant ने जुलाई–सितंबर तिमाही में उम्मीद से बेहतर परिणाम दिए, जिससे कंपनी का प्रदर्शन बाजार अनुमानों से भी मजबूत नजर आया। कंपनी का रेवेन्यू $5.42 billion रहा, जो पिछली तिमाही से 3.24% और पिछले साल की समान अवधि से 7.36% अधिक है। यह विश्लेषकों के $5.32 billion के अनुमान से भी ज्यादा रहा — यानी Cognizant ने लगातार दूसरी बार स्ट्रीट एक्सपेक्टेशंस को पछाड़ा।

इस ग्रोथ में IT प्रोडक्ट्स, डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और एनर्जी सेक्टर की मजबूत डिमांड का बड़ा योगदान रहा। बढ़ती गति को देखते हुए कंपनी ने अपने FY गाइडेंस को तीसरी लगातार तिमाही में अपग्रेड किया है। अब Cognizant को फाइनेंशियल ईयर में $21.05–$21.1 billion रेवेन्यू की उम्मीद है, जो 6.6%–6.9% की ग्रोथ दर्शाता है। पहले यह अनुमान 4.7%–6.7% था।

अगर कॉनस्टेंट करेंसी के आधार पर देखें, तो कंपनी की ऑर्गेनिक ग्रोथ ट्रेंड भी मजबूत रही है—

  • Q1: 8.2%
  • Q2: 7.2%
  • Q3: 6.5%

शुरुआत में Belcan जैसी अधिग्रहण डील्स ($1.3 billion) से ग्रोथ को सपोर्ट मिला था, लेकिन अब कोर बिज़नेस से ऑर्गेनिक ग्रोथ तेजी पकड़ते हुए दिख रही है। Belcan मुख्य रूप से एयरोस्पेस और डिफेंस सेक्टर से रेवेन्यू कमाती है, हालांकि US गवर्नमेंट की डिफेंस बजट कटौती इसे थोड़ा प्रभावित कर सकती है।

कंपनी की ऑपरेटिंग मार्जिन भी सुधरकर 16% पर पहुंच गई, जो 40 bps की बढ़त दर्शाती है। इसमें भारतीय रुपये की कमजोरी और कड़ी कॉस्ट मैनेजमेंट का सकारात्मक प्रभाव दिखा। हालांकि, नेट प्रॉफिट $274 million रहा, जो टैक्स खर्च बढ़ने और Trump प्रशासन के नए टैक्स बिल के प्रभाव के चलते थोड़ा दबा हुआ रहा।

मार्केट में अनिश्चितता, लेकिन Cognizant पूरी तरह तैयार

ग्लोबल टेक माहौल भले ही अनिश्चितता से घिरा हो, लेकिन Cognizant मजबूत रणनीति के साथ आगे बढ़ रहा है। ब्रोकरेज फर्मों का कहना है कि क्लाइंट्स वर्तमान में ट्रेड पॉलिसी, वीज़ा रेगुलेशंस और टैक्स रूल्स में बदलावों को लेकर सतर्क हैं, हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि वे टेक स्पेंड में कटौती कर रहे हैं। Infosys के CEO Salil Parekh ने भी हाल ही में माहौल को “अनिश्चित” बताया था—महंगाई, हायरिंग चुनौतियों और ग्लोबल डिमांड की सुस्ती का हवाला देते हुए।

इसके बावजूद Cognizant की तैयारी और पोजिशनिंग बाकी IT कंपनियों से बेहतर दिखाई दे रही है। कंपनी लोकल हायरिंग, AI-ड्रिवन टूल्स और Nearshore डिलीवरी सेंटर्स पर फोकस बढ़ा रही है, जिससे उसकी H-1B वीज़ा पर निर्भरता लगातार घट रही है। जून 2025 तक Cognizant को सिर्फ 2,493 H-1B अप्रूवल्स मिले—जो एक रणनीतिक बदलाव का संकेत है।

हाल ही में कुछ US सीनेटरों द्वारा TCS और Cognizant को लेकर रेस डिस्क्रिमिनेशन और कम लागत वाले विदेशी कर्मचारियों के इस्तेमाल पर सवाल उठाए गए थे, लेकिन Cognizant ने स्पष्ट किया कि इन आरोपों का बिजनेस पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ा।

कर्मचारियों के मामले में भी कंपनी ने अपनी मजबूती दिखाई है। Cognizant के पास कुल 3,49,800 कर्मचारी हैं—पिछले क्वार्टर की तुलना में 6,000 की बढ़ोतरी। जहां TCS और अन्य IT दिग्गजों ने स्टाफिंग में कटौती की है, वहीं Cognizant ने हेडकाउंट बढ़ाकर विपरीत रुझान दिखाया है।

शेयरों में जबरदस्त उछाल: Nasdaq पर 6% की रैली

मजबूत तिमाही नतीजों और भारत में IPO की खबर ने इन्वेस्टर्स का भरोसा और बढ़ा दिया। रिज़ल्ट्स के बाद Cognizant का शेयर Nasdaq पर 6% उछलकर $71.92 पर ओपन हुआ, जिससे मार्केट सेंटिमेंट बेहद पॉज़िटिव हो गया। इन्वेस्टर्स को कंपनी का भविष्य अब और अधिक प्रॉमिसिंग और ग्रोथ-ओरिएंटेड लगता है।

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(सोर्स: कंपनी की earnings call और मार्केट रिपोर्ट्स। सभी डेटा नवंबर 2025 तक।)

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