PPFAS MF ने GIFT City से लॉन्च किए 2 नए फंड – Global FoF और Flexi Cap, विदेशी निवेशकों को भारत का गेटवे, ₹500 करोड़ AUM का टारगेट

अगर आप विदेशी मार्केट्स में निवेश करना चाहते हैं या भारत के Flexi Cap स्टॉक्स में स्मार्ट एक्सपोजर, तो PPFAS Mutual Fund की यह खबर आपके लिए गोल्डन ऑपर्चुनिटी है! PPFAS MF ने GIFT City (Gujarat International Finance Tec-City) से दो नए फंड लॉन्च करने का ऐलान किया है – PPFAS Global Fund of Funds (FoF) और PPFAS India Flexi Cap Feeder Fund। ये फंड NRI, OCI और विदेशी निवेशकों के लिए खास हैं, जो IFSCA (International Financial Services Centres Authority) के रेगुलेशन्स के तहत काम करेंगे। क्या यह भारत को ग्लोबल इन्वेस्टमेंट हब बनाने का नया कदम है? चलिए, डिटेल में जानते हैं इन फंड्स की हर खासियत, ताकि आप सही समय पर सही प्लान बना सकें।

PPFAS MF का GIFT City एंट्री: क्यों है यह स्ट्रेटेजिक मूव?

PPFAS MF, जो भारत का जाना-मांगा वैल्यू-ओरिएंटेड AMC है, अब GIFT City के जरिए ग्लोबल एक्सपैंशन पर फोकस कर रहा है। GIFT City टैक्स बेनिफिट्स, सिंगल विंडो क्लियरेंस और इंटरनेशनल रेगुलेटरी फ्रेमवर्क देता है, जो विदेशी इन्वेस्टर्स को आकर्षित करता है।

नेहल मोमदिया, फाउंडर और CIO, PPFAS MF ने कहा,

“GIFT City से लॉन्च इन फंड्स हमारे ग्लोबल विजन का हिस्सा हैं। Global FoF के जरिए विदेशी इन्वेस्टर्स को PPFAS Flexi Cap Fund में एक्सेस मिलेगा, जबकि India Flexi Cap Feeder Fund भारत के वैल्यू स्टॉक्स में डाइवर्सिफाइड एक्सपोजर देगा। हमारा टारगेट पहले साल ₹500 करोड़ AUM जुटाना है।”

ये फंड्स IFSCA रजिस्ट्रेशन के बाद लॉन्च होंगे, जो SEBI से अलग लेकिन समकक्ष रेगुलेटरी बॉडी है। इससे NRI/OCI को आसान KYC और फंड ट्रांसफर का फायदा।

नया फंड 1: PPFAS Global Fund of Funds (FoF) – ग्लोबल डाइवर्सिफिकेशन का राजा

यह फंड विदेशी निवेशकों को PPFAS Flexi Cap Fund (भारत का फ्लैगशिप फंड) में एंट्री देगा। FoF स्ट्रक्चर से डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट की बजाय फंड ऑफ फंड्स अप्रोच – कम रिस्क, हाई एक्सपोजर।

फीचरडिटेल्स
इन्वेस्टमेंट ऑब्जेक्टिवभारत के लार्ज, मिड, स्मॉल कैप स्टॉक्स में वैल्यू इन्वेस्टिंग – लॉन्ग-टर्म कैपिटल अप्रीशिएशन
टारगेट इन्वेस्टर्सNRI, OCI, विदेशी HNIs/इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स
मिनिमम इन्वेस्टमेंट$10,000 (लंपसम) / $1,000 (SIP)
एक्सपेंस रेशियो1.5-2% (अनुमानित, GIFT City बेनिफिट्स से कम)
टैक्स बेनिफिट्सGIFT City में 0% TDS on dividends, LTCG टैक्स 10% (अंतरराष्ट्रीय)
लॉन्च डेटनवंबर 2025 के अंत तक (NFO ओपन)

खास बात: FoF से विदेशी इन्वेस्टर्स को भारत के टॉप वैल्यू स्टॉक्स (जैसे HDFC Bank, Reliance) में एक्सेस, बिना FEMA कंप्लायंस हेडेक। PPFAS का ट्रैक रिकॉर्ड: Flexi Cap Fund ने 10 सालों में 15%+ CAGR दिया।

नया फंड 2: PPFAS India Flexi Cap Feeder Fund – भारत के Flexi Cap में फीडर अप्रोच

यह फंड PPFAS Flexi Cap Fund को फीड करेगा, लेकिन GIFT City से ऑपरेट – फ्लेक्सिबल कैपिटलाइजेशन (किसी भी मार्केट कैप में निवेश)। वैल्यू स्ट्रेटेजी पर फोकस: Undervalued स्टॉक्स चुनना, जो मार्केट से अलग हटकर परफॉर्म करें।

फीचरडिटेल्स
इन्वेस्टमेंट ऑब्जेक्टिवभारत के Flexi Cap स्टॉक्स में 65%+ एलोकेशन – ग्रोथ + वैल्यू मिक्स
टारगेट इन्वेस्टर्सविदेशी इन्वेस्टर्स जो भारत के इक्विटी मार्केट में डाइवर्सिफाई चाहते हैं
मिनिमम इन्वेस्टमेंट$5,000 (लंपसम) / $500 (SIP)
पोर्टफोलियो स्ट्रेटेजी30-50 स्टॉक्स, सेक्टर कैप 25% तक – फाइनेंशियल्स, IT, कंज्यूमर गूड्स फोकस
रिस्क प्रोफाइलमीडियम-हाई (मार्केट वोलेटाइलिटी)
लॉन्च डेटदिसंबर 2025 की शुरुआत (NFO)

खास बात: Feeder Fund से डायरेक्ट फंड में 100% इन्वेस्टमेंट – कोई एक्स्ट्रा लेयर। GIFT City से USD/INR कन्वर्जन आसान, और लिक्विडिटी हाई।

GIFT City के फायदे: क्यों चुनें PPFAS के ये फंड्स?

GIFT City भारत का इंटरनेशनल फाइनेंशियल हब है, जो सिंगापुर/दुबई से कॉम्पिट कर रहा। PPFAS के फंड्स से:

  • टैक्स एफिशिएंसी: कोई TDS, कम कैपिटल गेन्स टैक्स।
  • रेगुलेटरी ईज: IFSCA से फास्ट अप्रूवल, SEBI-लेल सिक्योरिटी।
  • ग्लोबल एक्सेस: विदेशी इन्वेस्टर्स को भारत के ₹100 लाख करोड़+ म्यूचुअल फंड मार्केट में एंट्री।
  • डाइवर्सिफिकेशन: GIFT City में 500+ फंड्स पहले से, PPFAS का ऐडिशन ग्रोथ को बूस्ट करेगा।
  • AUM टारगेट: पहले साल ₹500 करोड़ – PPFAS का ग्लोबल एंबिशन।

नेहल मोमदिया ने जोड़ा,

“ये फंड्स विदेशी इन्वेस्टर्स को भारत की ग्रोथ स्टोरी से जोड़ेंगे। वैल्यू इन्वेस्टिंग हमारा कोर – लॉन्ग-टर्म रिटर्न्स के लिए परफेक्ट।”

क्यों करें निवेश? फायदे vs रिस्क

फायदे:

  1. ग्लोबल एक्सपोजर: विदेशी इन्वेस्टर्स के लिए भारत का आसान गेटवे।
  2. वैल्यू स्ट्रेटेजी: PPFAS का प्रूवन ट्रैक – 15%+ CAGR।
  3. टैक्स सेविंग: GIFT City बेनिफिट्स से पोस्ट-टैक्स रिटर्न हाई।
  4. SIP ऑप्शन: छोटे अमाउंट से शुरू – लॉन्ग-टर्म वेल्थ क्रिएशन।
  5. रेगुलेटेड सिक्योरिटी: IFSCA + PPFAS का ट्रस्ट।

रिस्क्स:

  • मार्केट वोलेटाइलिटी (Flexi Cap में)।
  • करेंसी रिस्क (USD-INR फ्लक्चुएशन)।
  • लिक्विडिटी लिमिट्स (NRI रूल्स)।

एक्सपर्ट टिप: लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर्स के लिए आइडियल – NFO में एंटर करें, SIP से एवरेजिंग।

डिस्क्लेमर: यह न्यूज केवल जानकारी के लिए है। निवेश से पहले फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें। मार्केट रिस्क सब्जेक्ट टू।

ITC शेयर फिर ₹500 पार करेगा? Motilal Oswal ने BUY रेटिंग दी, टारगेट ₹515!

SBI Yono 2.0 दिसंबर अंत तक लॉन्च – 20 करोड़ यूजर्स, नया लुक, AI फीचर्स, क्या आप तैयार हैं?

NSE Q2 में PAT 33% गिरा ₹2,098 करोड़ पर – लेकिन SEBI प्रोविजन हटाएं तो प्रॉफिट 16% चढ़ा, शेयर प्राइस में क्या होगा उछाल?

Leave a Comment