सेमीकंडक्टर सेक्टर भारत में तेजी से बढ़ रहा है, और निवेशकों की नजरें इस क्षेत्र पर टिकी हुई हैं। हाल ही में, मशहूर निवेशक मुकुल अग्रवाल ने ASM टेक्नोलॉजीज नामक सेमीकंडक्टर स्टॉक में अपनी हिस्सेदारी में 4.2% की बढ़ोतरी की है। यह कदम निवेशकों के बीच जोश भर रहा है। इस लेख में हम जानेंगे कि मुकुल अग्रवाल का ASM टेक्नोलॉजीज में निवेश क्यों महत्वपूर्ण है, साथ ही 5 प्रमुख कारण जो इसे एक आकर्षक सेमीकंडक्टर स्टॉक बनाते हैं। अगर आप सेमीकंडक्टर शेयर में निवेश की तलाश कर रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित हो सकती है।
मुकुल अग्रवाल ने ASM टेक्नोलॉजीज में क्यों बढ़ाई हिस्सेदारी?
मुकुल महावीर अग्रवाल, जो भारत के प्रमुख निवेशकों में शुमार हैं, ने जून 2025 में अपनी ASM टेक्नोलॉजीज में 6.48% हिस्सेदारी (7,62,500 शेयर) से सितंबर 2025 तक इसे 10.68% (15,00,000 शेयर) तक पहुंचा दिया। यह 4.2% की उल्लेखनीय वृद्धि है। वैसे तो उन्होंने जुलाई 2024 में ही इस कंपनी में 6.48% स्टेक लिया था, लेकिन अब यह उनके पोर्टफोलियो का दूसरा सबसे बड़ा स्टॉक बन गया है, जिसकी वैल्यू 541.7 करोड़ रुपये है।
अग्रवाल के पास कुल 71 स्टॉक हैं, जिनका नेट वर्थ 7,455.3 करोड़ रुपये से अधिक है। ASM टेक्नोलॉजीज शेयर प्राइस हाल ही में 3,360 रुपये पर बंद हुआ, जो पिछले दिन के 3,393 रुपये से 1% नीचे था। कंपनी की मार्केट कैप 4,901 करोड़ रुपये है। यह निवेश भारतीय शेयर बाजार में सेमीकंडक्टर सेक्टर की ग्रोथ को दर्शाता है।
ASM टेक्नोलॉजीज कंपनी का संक्षिप्त परिचय
ASM टेक्नोलॉजीज एक 30 साल पुरानी इंजीनियरिंग और डिजाइन-लेड मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है, जो कस्टमाइज्ड, जटिल और हाई-प्रिसिजन प्रोडक्ट डेवलपमेंट सॉल्यूशंस प्रदान करती है। यह मास प्रोडक्शन पर फोकस नहीं करती, बल्कि एंड-टू-एंड मैन्युफैक्चरिंग पर जोर देती है। कंपनी के पास कर्नाटक और तमिलनाडु में चार मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स, छह ग्लोबल डेवलपमेंट सेंटर्स और दुनिया भर में दस ऑफिस हैं। यह अमेरिका, ब्रिटेन, सिंगापुर, जापान आदि देशों के क्लाइंट्स को सर्विस देती है।
कंपनी के बिजनेस वर्टिकल्स में हाई-टेक (सेमीकंडक्टर, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स, सोलर इक्विपमेंट के लिए सिस्टम्स, सबसिस्टम्स और प्रिसिजन पार्ट्स) और इंजीनियरिंग (इंडस्ट्रियल, लार्ज और ऑफ-हाईवे व्हीकल्स के लिए ER&D और DLM सर्विसेज) शामिल हैं। कंपनी विस्तार के लिए कर्नाटक में 510 करोड़ रुपये और तमिलनाडु में 250 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बना रही है, जो ER&D, DLM और प्रिसिजन इंजीनियरिंग फैसिलिटीज को बूस्ट करेगी।
ASM टेक्नोलॉजीज के फाइनेंशियल परफॉर्मेंस: आंकड़े जो बोलते हैं
ASM टेक्नोलॉजीज के फाइनेंशियल रिजल्ट्स बेहद प्रभावशाली हैं। Q2 FY26 में कंपनी का रेवेन्यू 154.46 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल के समान तिमाही के 56.94 करोड़ रुपये से 171% ऊपर है। क्वार्टर-ऑन-क्वार्टर आधार पर भी यह 26% बढ़ा। प्रॉफिट 19.12 करोड़ रुपये पहुंच गया, जो YoY 777% की छलांग है और QoQ 23% ऊपर।
- 5-वर्षीय CAGR: रेवेन्यू 26%, प्रॉफिट 105%, शेयर प्राइस 122%
- ROE: 16.8%, ROCE: 19.3%, डेट-टू-इक्विटी: 0.18 (बहुत कम)
- P/E रेशियो: 94.9x (इंडस्ट्री एवरेज 25.1x से ऊपर, ग्रोथ की वजह से)
स्टॉक परफॉर्मेंस भी शानदार रहा: पिछले 6 महीनों में 45.83%, 1 साल में 133.65%, और 5 सालों में 4,822% की तेजी। ये आंकड़े ASM टेक्नोलॉजीज स्टॉक प्राइस को एक मजबूत सेमीकंडक्टर शेयर बनाते हैं।
5 कारण क्यों ASM टेक्नोलॉजीज एक बेहतरीन सेमीकंडक्टर निवेश है
मुकुल अग्रवाल का ASM टेक्नोलॉजीज में निवेश निश्चित रूप से सोचा-समझा कदम है। यहां हैं 5 प्रमुख कारण जो इसे सेमीकंडक्टर स्टॉक इन इंडिया में टॉप चॉइस बनाते हैं:
1. वैश्विक सेमीकंडक्टर मार्केट में मजबूत पोजिशनिंग
ग्लोबल सेमीकंडक्टर मार्केट तेजी से बढ़ रहा है, जहां इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन और रिन्यूएबल एनर्जी की डिमांड बढ़ रही है। सप्लाई चेन को डाइवर्सिफाई करने के लिए भारत की ओर शिफ्ट हो रही है। ASM टेक्नोलॉजीज इस ग्रोथ का फायदा उठाने के लिए अच्छी स्थिति में है, जो भारतीय सेमीकंडक्टर सेक्टर की संभावनाओं को रेखांकित करता है।
2. हाई-प्रिसिजन कस्टमाइज्ड कंपोनेंट्स में विशेषज्ञता
कंपनी सेमीकंडक्टर के लिए हाई-प्रिसिजन, कस्टमाइज्ड कंपोनेंट्स और सिस्टम्स में एक्सपर्ट है। इससे नए ऑर्डर्स कैप्चर करने, कैपेसिटी बढ़ाने और भारत के सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम में पार्टनरशिप्स बनाने में मदद मिल रही है। यह सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग स्टॉक को प्रतिस्पर्धी एज देता है।
3. जटिल इंजीनियरिंग और ग्लोबल OEMs के साथ सहयोग
ASM का फोकस जटिल इंजीनियरिंग, एंड-टू-एंड मैन्युफैक्चरिंग और ग्लोबल ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स (OEMs) के साथ कोलैबोरेशन पर है। यह मास प्रोडक्शन से अलग इसे यूनिक बनाता है, जिससे कस्टमर वैल्यू बढ़ती है। मुकुल अग्रवाल पोर्टफोलियो में इसकी मौजूदगी इसी स्ट्रेंथ को हाइलाइट करती है।
4. सोलर इक्विपमेंट में जॉइंट वेंचर का विस्तार
कंपनी ने ASM-HHV नामक जॉइंट वेंचर बनाया है, जो सोलर इक्विपमेंट सेगमेंट में एंट्री करेगा। शुरुआती डिलीवरी जल्द शुरू होने वाली है, जो डाइवर्सिफिकेशन को मजबूत करेगी। यह रिन्यूएबल एनर्जी स्टॉक के रूप में भी आकर्षक बनाता है।
5. इंडस्ट्रियल AI का एकीकरण
ऑपरेशंस में इंडस्ट्रियल AI को इंटीग्रेट करके कंपनी यील्ड सुधार, परफॉर्मेंस मॉनिटरिंग और प्रेडिक्टिव मेंटेनेंस पर फोकस कर रही है। इससे एफिशिएंसी बढ़ेगी और कस्टमर आउटकम्स बेहतर होंगे, जो लॉन्ग-टर्म ग्रोथ सुनिश्चित करता है।
निष्कर्ष: क्या आपको ASM टेक्नोलॉजीज में निवेश करना चाहिए?
मुकुल अग्रवाल का ASM टेक्नोलॉजीज स्टॉक में 4.2% स्टेक बढ़ाना सेमीकंडक्टर सेक्टर की अपार संभावनाओं का संकेत है। मजबूत फाइनेंशियल्स, इनोवेटिव अप्रोच और ग्लोबल डिमांड इसे एक हाई-पोटेंशियल इन्वेस्टमेंट ऑप्शन बनाते हैं। हालांकि, शेयर बाजार निवेश में रिस्क हमेशा रहता है, इसलिए अपनी रिसर्च करें और एक्सपर्ट सलाह लें।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी शैक्षिक उद्देश्य से है, निवेश से पहले विशेषज्ञ से परामर्श करें।
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