नेस्ले इंडिया ने FY26 के दूसरे क्वार्टर (जुलाई-सितंबर) में स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट में 23.6% की सालाना गिरावट दर्ज की, जो 753.2 करोड़ रुपये रही। हालांकि, यह स्ट्रीट के अनुमानों से बेहतर साबित हुई। कंपनी की ऑपरेटिंग रेवेन्यू 10.6% बढ़कर 5,643.6 करोड़ रुपये हो गई, जो मजबूत घरेलू डिमांड और अधिकांश प्रोडक्ट सेगमेंट में डबल-डिजिट ग्रोथ से संचालित हुई। नेस्ले इंडिया Q2 रिजल्ट्स ने निवेशकों का भरोसा बढ़ाया, जिसके बाद शेयर में 3.3% की तेजी आई और NSE पर यह 1,262 रुपये के आसपास ट्रेडिंग कर रहा था। जबकि मार्केट बंद होने के समय NSE पर स्टॉक का भाव 1,279.50 रुपए था।
मनीकंट्रोल पोल के अनुसार, Q2 नेट प्रॉफिट का अनुमान 729 करोड़ रुपये और रेवेन्यू 5,307 करोड़ रुपये था। नेस्ले इंडिया के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष तिवारी ने कहा, “चार में से तीन प्रोडक्ट ग्रुप्स ने वॉल्यूम-लेड डबल-डिजिट ग्रोथ दी। हालिया जीएसटी रेट संशोधन से प्रोडक्ट कैटेगरी में खपत और किफायती बढ़ेगी।”
नेस्ले इंडिया Q2 FY26: प्रमुख हाइलाइट्स
- नेट प्रॉफिट: 753.2 करोड़ रुपये (पिछले साल 986 करोड़ रुपये से 23.6% कम)
- रेवेन्यू: 5,643.6 करोड़ रुपये (10.6% YoY बढ़ोतरी)
- घरेलू सेल्स: 5,411 करोड़ रुपये (10.8% YoY ग्रोथ, अब तक का सबसे ऊंचा क्वार्टरली लेवल)
- EBITDA मार्जिन: 22% (सेल्स का)
- EPS: 3.90 रुपये (पिछले साल 3.88 रुपये, वन-टाइम डिवेस्टिचर इनकम को छोड़कर)
पिछले साल के क्वार्टर में 290.8 करोड़ रुपये की असाधारण आय (एक्सेप्शनल गेन) के अभाव में नेट प्रॉफिट में गिरावट आई, लेकिन कोर परफॉर्मेंस मजबूत रही।
घरेलू बाजार में रिकॉर्ड ग्रोथ, वॉल्यूम में ब्रॉड-बेस्ड तेजी
नेस्ले इंडिया का घरेलू बाजार FY26 Q2 में चरम पर पहुंचा। डोमेस्टिक सेल्स में 10.8% की सालाना बढ़ोतरी हुई, जो ब्रॉड-बेस्ड वॉल्यूम ग्रोथ से आई। ग्रामीण वितरण विस्तार से किटकैट जैसे प्रोडक्ट्स ने ग्लोबल स्तर पर भारत को दूसरा सबसे बड़ा मार्केट बना दिया। तिवारी ने जोर देकर कहा कि जीएसटी संशोधनों से उपभोक्ता खपत में उछाल आएगा। नेस्ले इंडिया Q2 रिजल्ट्स से साफ है कि कंपनी का फोकस वॉल्यूम एक्सपैंशन पर है, जो लॉन्ग-टर्म ग्रोथ को मजबूत करेगा।
सेगमेंट-वाइज परफॉर्मेंस: सभी कैटेगरी में डबल-डिजिट ग्रोथ
नेस्ले इंडिया के सभी प्रमुख सेगमेंट्स ने Q2 में मजबूत शो किया। यहां प्रमुख हाइलाइट्स:
- कॉन्फेक्शनरी: किटकैट सबसे बड़ा ग्रोथ ड्राइवर रहा, मार्केट शेयर बढ़ा। मंच और मिल्कीबार में हाई डबल-डिजिट ग्रोथ। ग्रामीण एक्सपैंशन से भारत ग्लोबली दूसरा सबसे बड़ा किटकैट मार्केट बना।
- पाउडर्ड एंड लिक्विड बेवरेजेस: हाई डबल-डिजिट ग्रोथ, नेस्कैफे ने कॉफी कैटेगरी में लीडरशिप बरकरार रखी। हाउसहोल्ड पेनेट्रेशन बढ़ा।
- प्रिपेयर्ड डिशेज एंड कुकिंग एड्स: एक्सेलरेटेड वॉल्यूम से स्ट्रॉन्ग डबल-डिजिट ग्रोथ।
- मिल्क प्रोडक्ट्स एंड न्यूट्रिशन: मिक्स्ड ट्रेंड्स दिखे, लेकिन ओवरऑल पॉजिटिव मोमेंटम।
ये नेस्ले इंडिया Q2 रिजल्ट्स दर्शाते हैं कि कंपनी डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो से मजबूत रिकवरी पथ पर है।
प्रॉफिटेबिलिटी और फाइनेंशियल हेल्थ: स्थिर EBITDA, EPS में मामूली बढ़ोतरी
Q2 में EBITDA 22% रहा, जो सेल्स का मजबूत मार्जिन दिखाता है। EPS 3.90 रुपये पर स्थिर रही, जो पिछले साल के एक्सेप्शनल आइटम को एडजस्ट करने के बाद बेहतर है। नेस्ले इंडिया की बैलेंस शीट हेल्दी बनी हुई है, जो फ्यूचर इनवेस्टमेंट्स के लिए सपोर्ट देगी।
कमोडिटी आउटलुक: दूध सॉफ्टनिंग, कॉफी-काकाओ में बैलेंस
कंपनी ने Q3 के लिए कमोडिटी ट्रेंड्स का अनुमान लगाया:
- दूध: फेस्टिवल सीजन के बाद फ्लश सीजन से कीमतें नरम पड़ेंगी।
- कॉफी: वियतनाम और भारत में नॉर्मल क्रॉप से कीमतें कम हो सकती हैं।
- काकाओ: डिमांड में हालिया करेक्शन के बाद सप्लाई-डिमांड बैलेंस होगा।
- एडिबल ऑयल: ग्लोबल टाइट सप्लाई से कीमतें मजबूत रहेंगी।
नेस्ले इंडिया Q2 रिजल्ट्स इनवेस्टर्स के लिए पॉजिटिव सिग्नल हैं, खासकर कमोडिटी प्रेशर के बावजूद।
डिस्क्लेमर: स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है, डिसीजन लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट्स से सलाह लें।
Jio Financial Services Q2 रिजल्ट्स आज: 30% चढ़ा स्टॉक, क्या होगा अगला धमाका?
सोलर सेक्टर की इस छोटी कंपनी को मिला 689 करोड़ का मेगा ऑर्डर, शेयरों में उछाल की उम्मीद!
नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम वरुण सिंह है, मैं अपने खाली समय में यू ट्यूब पर फाइनेंस संबंधी वीडियो अपलोड करता हूं साथ ही ब्लॉगिंग भी कर रहा हूं। जो भी चीजें मैं व्यक्तिगत अनुभव से सीखता हूं उसको भी इस वेबसाइट के माध्यम से शेयर करने का प्रयास करता हूं। हमारी कोशिश है की हम अपने पाठकों के लिए उच्च गुणवत्ता से युक्त आर्टिकल प्रकाशित करें।