ONGC और Petronet LNG ने 15 साल के एथेन हैंडलिंग एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए: 5000 करोड़ का रेवेन्यू, शेयर प्राइस पर असर

ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ONGC) और पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड (PLL) ने एक महत्वपूर्ण 15 साल के बाइंडिंग टर्म शीट पर हस्ताक्षर किए हैं। यह एग्रीमेंट गुजरात के दाहेज में एथेन के अनलोडिंग, स्टोरेज और हैंडलिंग (USH) सेवाओं के लिए है। ONGC-Petronet LNG एथेन हैंडलिंग एग्रीमेंट के तहत ONGC को PLL की आगामी सुविधाओं में लगभग 600 KTPA (किलो टन प्रति वर्ष) क्षमता आरक्षित करने का मौका मिलेगा। यह सौदा ONGC की लॉन्ग-टर्म फीडस्टॉक स्ट्रैटेजी को मजबूत करेगा और PLL को 15 सालों में करीब 5000 करोड़ रुपये का ग्रॉस रेवेन्यू दिलाएगा।

एथेन हैंडलिंग एग्रीमेंट की मुख्य डिटेल्स

यह एग्रीमेंट 3 दिसंबर 2025 को साइन किया गया, जो अक्टूबर-दिसंबर 2028 के बीच शुरू होगा और पूरे 15 साल चलेगा। PLL दाहेज में 170,000 क्यूबिक मीटर की एथेन स्टोरेज टैंक और एक थर्ड जेटी डेवलप कर रही है, जो एथेन, प्रोपेन और एलएनजी को हैंडल करने में सक्षम होगी। यह PLL के पारंपरिक एलएनजी रीगैसीफिकेशन पोर्टफोलियो को एक्सपैंड करेगा।

ONGC या उसके सब्सिडियरी द्वारा इंपोर्ट किए गए एथेन को PLL प्राप्त करेगी, स्टोर करेगी, हैंडल करेगी और डेजिग्नेटेड डिलीवरी पॉइंट पर री-डिलीवर करेगी। कमर्शियल ऑपरेशंस FY2028-29 में शुरू होंगे। ONGC पेट्रो एडिशंस लिमिटेड (OPaL) के लिए लॉन्ग-टर्म फीडस्टॉक प्लान के तहत बहुत बड़े एथेन कैरियर्स (VLECs) के जरिए 100,000 CBM क्षमता वाले एथेन की प्रोक्योरमेंट करेगी। इसमें लॉन्ग-टर्म, शॉर्ट-टर्म और स्पॉट बेसिस पर खरीद शामिल है।

यह ONGC-Petronet LNG एथेन हैंडलिंग एग्रीमेंट OPaL की एथेन जरूरतों को पूरा करने के लिए आश्वासनित इंपोर्ट कैपेसिटी सुनिश्चित करता है। एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, PLL को इस कॉन्ट्रैक्ट पीरियड में लगभग 5000 करोड़ रुपये का ग्रॉस रेवेन्यू मिलने की उम्मीद है।

ONGC और Petronet LNG को मिलने वाले फायदे

ONGC के लिए यह एग्रीमेंट पेट्रोकेमिकल सेक्टर में मजबूत कदम है, क्योंकि OPaL को रेगुलर एथेन सप्लाई मिलेगी। PLL को इससे नई सर्विसेज एड करने का मौका मिलेगा, जो उसके बिजनेस को डाइवर्सिफाई करेगी। दाहेज टर्मिनल को मल्टी-प्रोडक्ट हैंडलिंग हब बनाने में यह मददगार साबित होगा।

ONGC Petronet LNG ethane handling pact से एनर्जी सेक्टर में इनोवेशन को बढ़ावा मिलेगा। दोनों कंपनियां मिलकर भारत की एनर्जी सिक्योरिटी को मजबूत करेंगी।

शेयर प्राइस पर क्या पड़ा असर?

3 दिसंबर 2025 को ट्रेडिंग के अंत में ONGC के शेयर NSE पर 1.45% गिरकर 240.01 रुपये पर बंद हुए। वहीं, Petronet LNG के शेयर 0.96% नीचे आकर 268.50 रुपये पर सेटल हुए। हालांकि, लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर्स के लिए यह एग्रीमेंट पॉजिटिव सिग्नल है, क्योंकि 5000 करोड़ के रेवेन्यू से PLL की ग्रोथ स्ट्रॉन्ग दिख रही है।

ONGC share price और Petronet LNG share price पर मार्केट की रिएक्शन शॉर्ट-टर्म में नेगेटिव रही, लेकिन एनालिस्ट्स का मानना है कि फ्यूचर में यह बूस्ट देगा।

निष्कर्ष: भारत के एनर्जी सेक्टर के लिए बड़ा कदम

ONGC और Petronet LNG का यह 15 साल का एथेन हैंडलिंग एग्रीमेंट भारत के पेट्रोकेमिकल और एनर्जी लैंडस्केप को ट्रांसफॉर्म करने वाला है। 600 KTPA कैपेसिटी और 5000 करोड़ रेवेन्यू के साथ यह सौदा दोनों कंपनियों के लिए प्रॉफिटेबल साबित होगा।

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