सुप्रीम कोर्ट ने Vodafone Idea (Vi) के खिलाफ ₹8,500 करोड़ के पुराने Transfer Pricing Case को खत्म करने की मंजूरी दे दी है। आयकर विभाग ने खुद ही केस वापस ले लिया, जिससे Vi को भारी वित्तीय बोझ से राहत मिली। नतीजा? शेयर प्राइस में जोरदार तेजी – NSE पर 4% की छलांग के साथ ₹9.48 के आसपास ट्रेड कर रहा। क्या यह Vi का कमबैक का संकेत है? चलिए, डिटेल में जानते हैं इस बड़ी खबर को, ताकि आप स्मार्ट इन्वेस्टमेंट प्लान बना सकें।
क्या था Transfer Pricing Case? पूरा बैकग्राउंड
यह विवाद Vodafone India Services Pvt Ltd (Vi का सब्सिडियरी) से जुड़ा था। कंपनी ने अपने विदेशी पैरेंट Vodafone Group को शेयर इश्यू किए थे। आयकर विभाग का दावा था कि इन लेन-देन में Market Price से कम वैल्यूएशन की गई, जिससे सरकार को Tax Loss हुआ। इसी आधार पर ₹8,500 करोड़ की Tax Demand उठाई गई थी।
यह केस सालों से कोर्ट-कचहरी के चक्कर काट रहा था। लेकिन सोमवार (3 नवंबर) को Commissioner of Income Tax ने सुप्रीम कोर्ट में केस वापस लेने की अर्जी दी। मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई की बेंच ने इसे तुरंत मंजूर कर लिया। आज (4 नवंबर) कोर्ट का फॉर्मल ऑर्डर जारी हो जाएगा।
खास बात: यह फैसला Vi के लिए गेम-चेंजर है। पहले से ही AGR Dues और भारी Debt (₹2.1 लाख करोड़ से ज्यादा) से जूझ रही कंपनी को अब Legal Battles से मुक्ति मिलेगी।
Vi के लिए क्यों है यह राहत इतनी बड़ी?
Vodafone Idea टेलीकॉम मार्केट में Jio और Airtel से पीछे है, लेकिन यह फैसला बैलेंस शीट को मजबूत करेगा:
- वित्तीय दबाव कम: ₹8,500 करोड़ की Demand खत्म – Cash Flow बेहतर होगा।
- Investor Confidence बूस्ट: ब्रोकरेज फर्म्स जैसे Emkay Global कह रही हैं, “यह पॉजिटिव ट्रिगर है। Vi अब Network Expansion और 5G Rollout पर फोकस कर सकेगी।”
- भविष्य की ग्रोथ: Q1 FY26 में Vi ने 4,800+ नए 4G टावर्स ऐड किए। 5G अब 22 सिटीज में लाइव, और सितंबर 2025 तक सभी 17 रीजन कवर करने का प्लान।
- सब्सक्राइबर बेस: जून 2025 तक 197.7 मिलियन यूजर्स – लेकिन ARPU (Average Revenue Per User) बढ़ाने की चुनौती बनी हुई।
एक्सपर्ट्स का मानना: Tax Disputes खत्म होने से Vi को Capital Infusion (जैसे हालिया US PE Firm TGH के $4-6 Bn इन्वेस्टमेंट टॉक्स) आसान होगा।
शेयर प्राइस रिएक्शन: आज की तेजी और भविष्य का आउटलुक
राहत की खबर पर Vi का शेयर प्राइस जोरदार उछला:
- आज (4 नवंबर): NSE पर ₹9.48 (-10.31% 52-वीक हाई ₹10.57 से नीचे, लेकिन +54.90% 52-वीक लो ₹6.12 से ऊपर)।
- ट्रेडिंग वॉल्यूम: 88.72 Cr शेयर्स – हाई एक्टिविटी।
- मार्केट कैप: ₹1,03,359 Cr
- 52-वीक रेंज: ₹6.12 (लो) से ₹10.57 (हाई)
| डेट | शेयर प्राइस (NSE) | % चेंज | वॉल्यूम (Cr) |
|---|---|---|---|
| 4 नवंबर 2025 | ₹9.48 | +4% | 88.72 |
| 3 नवंबर 2025 | ₹9.12 (क्लोज) | – | – |
| 52-वीक हाई | ₹10.57 | – | – |
नोट: हाल ही में SC के AGR Order से शेयर 12% गिरा था (30 अक्टूबर)। लेकिन यह Tax Relief ने सेंटीमेंट रिवर्स कर दिया। लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर्स के लिए 5G बूम (भारत का टेलीकॉम मार्केट 15% CAGR से बढ़ रहा) अच्छा मौका। लेकिन Debt और Competition से रिस्क बरकरार।
क्यों लगाएं पैसा Vi में? फायदे vs रिस्क
फायदे:
- Legal Clarity: Tax Case खत्म – अब Growth पर फोकस।
- 5G Expansion: 516,200+ ब्रॉडबैंड साइट्स, नई टावर्स से कनेक्टिविटी बूस्ट।
- मार्केट पोटेंशियल: भारत के 1.2 Bn मोबाइल यूजर्स में Vi का 16% शेयर।
- पॉजिटिव ट्रिगर्स: Promoter Holding 25.6%, लेकिन नए इन्वेस्टर्स (Grasim, Aditya Birla) से सपोर्ट।
- शेयर स्प्लिट/बोनस: हालिया कॉर्पोरेट एक्शन्स से लिक्विडिटी बढ़ी।
रिस्क्स:
- हाई Debt: Interest Coverage Ratio कम।
- Sales Growth: पिछले 5 सालों में -0.62%
- कॉम्पिटिशन: Jio-Airtel का दबदबा।
- Promoter Holding: 3 सालों में -49.4% गिरावट।
एक्सपर्ट टिप: “शॉर्ट-टर्म में 10-12% गेन की उम्मीद, लेकिन लॉन्ग-टर्म होल्डर्स के लिए 5G से बड़ा उछाल।” – ब्रोकरेज एनालिस्ट्स।
डिस्क्लेमर: यह न्यूज केवल जानकारी के लिए है। मार्केट में रिस्क है – खुद रिसर्च करें।
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