जेप्टो आईपीओ: क्विक कॉमर्स दिग्गज की लेटेस्ट अपडेट, 500 मिलियन डॉलर जुटाने की तैयारी

जेप्टो (Zepto IPO), भारत की प्रमुख क्विक कॉमर्स कंपनियों में से एक, जल्द ही अपना इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) लाने वाली है। हालिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी अगले हफ्ते से मुंबई में लगभग 500 मिलियन डॉलर (लगभग 4,200 करोड़ रुपये) जुटाने के लिए ड्राफ्ट पेपर्स फाइल करने की योजना बना रही है। यह आईपीओ क्विक कॉमर्स सेक्टर में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच एक बड़ा कदम होगा। आइए जानते हैं जेप्टो आईपीओ की पूरी डिटेल्स, कंपनी की ग्रोथ और निवेशकों के लिए क्या मायने रखता है।

जेप्टो कंपनी का बैकग्राउंड

जेप्टो एक बेंगलुरु बेस्ड क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म है, जो ग्रॉसरी और डेली एसेंशियल्स की 10-20 मिनट में डिलीवरी करता है। इसकी स्थापना 2021 में आदित पलिचा और कैवल्य वोहरा ने की थी, जो उस समय सिर्फ 19-20 साल के थे। महामारी के दौरान साइकिल से शुरू हुई यह कंपनी आज 7 बिलियन डॉलर (लगभग 58,000 करोड़ रुपये) वैल्यूएशन वाली यूनिकॉर्न बन चुकी है।

कंपनी ने तेजी से विस्तार किया है:

  • वर्तमान में 1,000 से ज्यादा डार्क स्टोर्स।
  • रोजाना 16-20 लाख ऑर्डर।
  • पिछले कुछ क्वार्टर्स में 250% से ज्यादा ग्रोथ।
  • FY24 में ऑपरेटिंग रेवेन्यू ₹4,454 करोड़ तक पहुंचा।

जेप्टो के प्रतियोगी हैं स्विगी इंस्टामार्ट, ब्लिंकलिट (जोमैटो), बिगबास्केट और अमेजन। कंपनी का फोकस हाई थ्रूपुट, सप्लाई चेन ऑटोमेशन और कम कस्टमर एक्विजिशन कॉस्ट पर है, जिससे कैश बर्न कम हो रहा है। कंपनी के पास मजबूत कैश रिजर्व (लगभग ₹7,000 करोड़) है, जो इसे आईपीओ के लिए मजबूत स्थिति में रखता है।

जेप्टो आईपीओ की लेटेस्ट डिटेल्स (2025 अपडेट)

  • आईपीओ साइज: लगभग 500 मिलियन डॉलर (कुछ रिपोर्ट्स में 75-80 करोड़ डॉलर का अनुमान)।
  • फाइलिंग टाइमलाइन: अगले हफ्ते या दिसंबर 2025 के अंत तक कॉन्फिडेंशियल रूट से ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) फाइल करने की तैयारी।
  • इश्यू स्ट्रक्चर: फ्रेश इश्यू और मौजूदा निवेशकों की सेकेंडरी शेयर सेल का कॉम्बिनेशन।
  • उद्देश्य: फंड का इस्तेमाल बिजनेस एक्सपैंशन, नए डार्क स्टोर्स जोड़ने, टेक्नोलॉजी और AI में निवेश के लिए।
  • बैंकर्स: एक्सिस बैंक, मोतीलाल ओसवाल, मॉर्गन स्टैनली, गोल्डमैन सैक्स और HSBC शामिल।
  • वैल्यूएशन: हालिया फंडिंग में 7 बिलियन डॉलर।

ध्यान दें कि चर्चाएं जारी हैं, इसलिए साइज और टाइमलाइन में बदलाव संभव है। लिस्टिंग 2026 में होने की उम्मीद है।

हालिया फंडिंग राउंड्स

पिछले 18 महीनों में जेप्टो ने मजबूत फंडिंग हासिल की:

  • जून 2024: 665 मिलियन डॉलर (वैल्यूएशन 3.6 बिलियन डॉलर)।
  • अगस्त 2024: 340 मिलियन डॉलर (वैल्यूएशन 5 बिलियन डॉलर)।
  • अक्टूबर/नवंबर 2024: 450 मिलियन डॉलर (वैल्यूएशन 7 बिलियन डॉलर)।

यह फंडिंग मुख्य रूप से घरेलू और ग्लोबल निवेशकों जैसे सॉफ्टबैंक और टेमासेक से आई।

निवेशकों के लिए क्यों महत्वपूर्ण है जेप्टो आईपीओ?

क्विक कॉमर्स मार्केट भारत में तेजी से बढ़ रहा है, जो 2030 तक 40 बिलियन डॉलर का हो सकता है। जेप्टो की तेज ग्रोथ, प्रॉफिटेबल स्टोर्स और कम कैश बर्न इसे आकर्षक बनाते हैं। हालांकि, सेक्टर में हाई कॉम्पिटिशन और प्रॉफिटेबिलिटी की चुनौतियां हैं।

अगर आप शेयर मार्केट में निवेश करते हैं, तो जेप्टो आईपीओ 2026 के बड़े आईपीओ में से एक हो सकता है। लेटेस्ट अपडेट के लिए SEBI और स्टॉक एक्सचेंज की वेबसाइट चेक करते रहें।

(स्रोत: ब्लूमबर्ग, इकोनॉमिक टाइम्स और अन्य विश्वसनीय रिपोर्ट्स पर आधारित। निवेश से पहले विशेषज्ञ सलाह लें।)

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