अगर आपने भी Infosys के हालिया शेयर बायबैक में हिस्सा लिया था और आपके अकाउंट में ₹1800 प्रति शेयर के हिसाब से पूरा पैसा नहीं आया, तो आप अकेले नहीं हैं। लाखों निवेशकों के साथ यही हुआ है।
उदाहरण: 15 शेयर एक्सेप्ट हुए → 15 × 1800 = ₹27,000 लेकिन बैंक में सिर्फ ₹23,444.90 ही आए!
तो बाकी के ₹3,555 कहाँ गए? आइए स्टेप-बाय-स्टेप पूरा गणित समझते हैं।
असली वजह: 10% TDS (Tax Deducted at Source)
अब बायबैक से मिलने वाला पैसा भी “Deemed Dividend” माना जाता है। इसलिए कंपनी को बायबैक पेमेंट करने से पहले 10% TDS काटना पड़ता है।
लेकिन TDS सिर्फ बायबैक के ₹27,000 पर नहीं कटा, बल्कि इस पूरे वित्त वर्ष (FY 2025-26) में Infosys से मिले सभी डिविडेंड को जोड़कर काटा गया है।
उदाहरण: असली कैलकुलेशन ऐसे हुई:
| मद | राशि (₹) |
|---|---|
| बायबैक अमाउंट (15 शेयर × 1800) | 27,000 |
| + अंतरिम डिविडेंड (₹22 × 189 शेयर) | 4,158 |
| + स्पेशल डिविडेंड (₹23 × 191 शेयर) | 4,393 |
| कुल राशि (Deemed Dividend) | 35,551 |
| 10% TDS पर | 3,555.10 |
| बैंक में प्राप्त राशि | 23,444.90 |
यही वजह है कि बैंक में कम पैसा दिख रहा है!
₹5,000 का नियम क्या है?
अगर पूरे वित्त वर्ष में Infosys से आपका कुल डिविडेंड + बायबैक अमाउंट ₹5,000 से कम होता, तो कोई TDS नहीं कटता। लेकिन जैसे:
- सिर्फ 1-2 शेयर एक्सेप्ट हुए हों
- इस साल पहले कोई डिविडेंड न मिला हो
तो पूरा ₹1800 प्रति शेयर बिना कटौती के आ जाता। लेकिन ज्यादातर निवेशकों के पास पहले से Infosys के शेयर थे, इसलिए डिविडेंड भी मिला → कुल राशि ₹5,000 से बहुत ऊपर → 10% TDS कट गया।
क्या ये TDS वापस मिलेगा?
हाँ! ये TDS एडजस्ट होगा:
- अगर आपकी टैक्स स्लैब 5% या 10% है → ज्यादातर या पूरा TDS रिफंड मिलेगा
- अगर 20-30% स्लैब में हैं → कुछ हिस्सा ही रिफंड मिलेगा
अगले साल ITR भरते समय Form 26AS में ये TDS दिखेगा और आप उसे क्लेम कर सकेंगे।
बायबैक अब पहले जितना फायदेमंद नहीं रहा?
सही कहा जाये तो बजट 2025 के बाद से बायबैक को टैक्स के लिहाज से डिविडेंड के बराबर कर दिया गया है। अब:
- कंपनी को भी बायबैक पर टैक्स देना पड़ता है
- निवेशक को भी डिविडेंड इनकम की तरह टैक्स देना पड़ता है
इसलिए अब बायबैक का पुराना टैक्स फायदा खत्म हो गया है।
अपना TDS कैसे चेक करें?
- Zerodha/App से → Console → Reports → Dividend Statement डाउनलोड करें
- FY 2025-26 चुनें → Infosys की सर्च करें
- बायबैक + दोनों डिविडेंड की राशि जोड़ें
- उसका 10% = आपका कटा TDS
निष्कर्ष
- बैंक में कम पैसा आना नॉर्मल है – ये TDS की वजह से है
- TDS का पैसा ITR में क्लेम कर रिफंड लें
- अब बायबैक और डिविडेंड टैक्स के लिहाज से लगभग बराबर हो गए हैं
अगर आपको भी Infosys बायबैक में कम पैसा मिला है तो घबराएं नहीं – ये टैक्स नियम है, धोखा नहीं!
अगर यह आर्टिकल मददगार लगा तो शेयर जरूर करें ताकि दूसरे निवेशक भी परेशान न हों। कमेंट में बताएं – आपके कितने शेयर एक्सेप्ट हुए थे और कितना TDS कटा?
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल जागरूकता के लिए है, निवेश/टैक्स सलाह नहीं। अपने CA या टैक्स एडवाइजर से सलाह जरूर लें।
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