नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने शुक्रवार, 28 नवंबर 2025 को एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) के आइसक्रीम बिजनेस के डिमर्जर के बाद, क्वालिटी वॉल्स इंडिया लिमिटेड को निफ्टी 50 इंडेक्स में शामिल किया जाएगा। यह बदलाव 5 दिसंबर 2025 से प्रभावी होगा। यह कदम निवेशकों के लिए एक बड़ा अपडेट है, जो शेयर बाजार की दिशा को प्रभावित कर सकता है।
HUL डिमर्जर: आइसक्रीम बिजनेस का स्वतंत्र सफर
हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) ने हाल ही में अपने आइसक्रीम व्यवसाय को अलग करने का फैसला किया है। यह कदम ग्लोबल दिग्गज यूनिलीवर पीएलसी की रणनीति का हिस्सा है, जिसमें आइसक्रीम ऑपरेशंस को एक स्वतंत्र बिजनेस यूनिट बनाने का लक्ष्य है। डिमर्जर के तहत, HUL का आइसक्रीम सेगमेंट क्वालिटी वॉल्स इंडिया लिमिटेड के रूप में अलग हो जाएगा।
NSE के अनुसार, इस डिमर्जर प्रक्रिया के दौरान क्वालिटी वॉल्स इंडिया को अस्थायी रूप से 35 निफ्टी इंडेक्स में शून्य मूल्य पर जोड़ा जाएगा। इसके लिए एक डमी सिंबल ‘DUMMYHDLVR’ का उपयोग किया जाएगा। यह बदलाव निफ्टी 50, निफ्टी 100, निफ्टी 200, निफ्टी 500, निफ्टी एफएमसीजी, निफ्टी कंजम्प्शन, निफ्टी एमएनसी सहित कई इंडेक्स को प्रभावित करेगा। इसमें ईएसजी, शरिया, फैक्टर-बेस्ड, इक्वल-वेट, वोलेटिलिटी और क्वालिटी इंडेक्स भी शामिल हैं।
खास बात यह है कि क्वालिटी वॉल्स इंडिया को निफ्टी में शामिल करने के लिए डिवाइजर एडजस्टमेंट की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे इंडेक्स की स्थिरता बनी रहेगी।
5 दिसंबर को HUL के लिए स्पेशल प्री-ओपन सेशन
NSE ने यह भी घोषणा की है कि 5 दिसंबर 2025 को HUL के शेयरों के लिए एक विशेष प्री-ओपन सेशन आयोजित किया जाएगा। यह सेशन डिमर्जर के प्रभावों को सुचारू रूप से लागू करने में मदद करेगा। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे इस तारीख पर बाजार की गतिविधियों पर नजर रखें, क्योंकि यह HUL और क्वालिटी वॉल्स दोनों के शेयरों पर असर डाल सकता है।
मार्जिन में संभावित सुधार: कंपनी का अनुमान
कंपनी प्रबंधन के अनुसार, आइसक्रीम बिजनेस के डिमर्जर के बाद मार्जिन 23-24% के दायरे में स्थिर रहने की उम्मीद है। इसके अलावा, डिमर्जर से 50-60 बेसिस पॉइंट्स का अतिरिक्त मार्जिन बेनिफिट मिल सकता है। यह विकास क्वालिटी वॉल्स इंडिया को एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में स्थापित करने में सहायक होगा, खासकर भारत के तेजी से बढ़ते आइसक्रीम बाजार में।
निफ्टी 50 में शामिल होने का महत्व
निफ्टी 50 इंडेक्स भारत के शीर्ष 50 ब्लू-चिप कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता है। इसमें शामिल होना न केवल कंपनी की विश्वसनीयता बढ़ाता है, बल्कि म्यूचुअल फंड्स और संस्थागत निवेशकों के लिए आकर्षक बनाता है। क्वालिटी वॉल्स इंडिया का प्रवेश FMCG सेक्टर को मजबूत करेगा, जो पहले से ही HUL जैसे दिग्गजों पर निर्भर है।
यह बदलाव शेयर बाजार में निवेशकों के लिए एक नया अवसर पैदा कर सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि डिमर्जर के बाद क्वालिटी वॉल्स के शेयरों में उछाल देखने को मिल सकता है।
यह लेख मूल विश्लेषण पर आधारित है और निवेश सलाह नहीं है। निवेश से पहले विशेषज्ञ की सलाह लें।
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