Meesho IPO आज से खुला: ₹5421 करोड़ का इश्यू, क्या निवेश करें? प्राइस बैंड, लॉट साइज, GMP और फाइनेंशियल्स की पूरी जानकारी

मीशो आईपीओ (Meesho IPO) आज 3 दिसंबर 2025 से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है। ई-कॉमर्स सेक्टर की दिग्गज कंपनी मीशो का यह आईपीओ निवेशकों के बीच खासी चर्चा में है। अगर आप सोच रहे हैं कि मीशो आईपीओ में निवेश करें या नहीं, तो यह आर्टिकल आपके लिए है। यहां हम मीशो आईपीओ प्राइस बैंड, लॉट साइज, जीएमपी, रेवेन्यू और प्रॉफिट जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे। कंपनी के घाटे के बावजूद लॉन्ग-टर्म इनवेस्टर्स के लिए यह आकर्षक हो सकता है। आइए, जानते हैं पूरी डिटेल्स।

Meesho IPO का शेड्यूल: कब खुलेगा और कब लिस्ट होगा?

मीशो का यह आईपीओ सब्सक्रिप्शन डेट्स 3 दिसंबर 2025 से 5 दिसंबर 2025 तक चलेगा। शेयर्स का अलॉटमेंट 8 दिसंबर को होगा और लिस्टिंग डेट 10 दिसंबर 2025 को बीएसई और एनएसई पर होगी। अगर आप रिटेल इनवेस्टर हैं, तो जल्दी से अप्लाई करें, क्योंकि मीशो आईपीओ एंकर बुक में पहले ही ₹2439.5 करोड़ जुटा लिए गए हैं। 125 एंकर इनवेस्टर्स ने ₹111 प्रति शेयर पर 21.97 करोड़ शेयर्स खरीदे, जिसमें 42.63% हिस्सा 14 घरेलू म्यूचुअल फंड्स को मिला।

कंपनी का ओवरव्यू: भारत की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म

मीशो की स्थापना 2015 में हुई थी और यह एक मल्टी-साइडेड टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म है जो कंज्यूमर्स, सेलर्स, लॉजिस्टिक्स पार्टनर्स और कंटेंट क्रिएटर्स को जोड़ता है। मीशो ऐप के जरिए कस्टमर्स को किफायती प्रोडक्ट्स मिलते हैं, जबकि सेलर्स को कम लागत पर बिजनेस बढ़ाने का मौका। इसका ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म मीशो ब्रांड के नाम से चलता है, जबकि लॉजिस्टिक्स नेटवर्क वाल्मो है। पिछले 12 महीनों (सितंबर 2024 तक) में ऑर्डर्स के मामले में यह भारत की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म बनी है, जो अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसे दिग्गजों से मुकाबला कर रही है। जीरो-कमीशन मॉडल पर चलने वाली यह कंपनी लॉजिस्टिक्स और ऐड्स से रेवेन्यू कमाती है।

Meesho IPO का साइज और कंपोनेंट्स

Meesho IPO का कुल साइज ₹5421 करोड़ का है। इसमें:

  • फ्रेश इश्यू: ₹4250 करोड़ (नई शेयर्स जारी करके)।
  • ऑफर फॉर सेल (OFS): ₹1071 करोड़ (10.55 करोड़ शेयर्स, ₹1 फेस वैल्यू के)।

OFS से मिलने वाली राशि सेलिंग शेयरहोल्डर्स को जाएगी, जबकि फ्रेश इश्यू की कमाई कंपनी के काम आएगी। रिजर्वेशन कैटेगरी में 75% क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB), 15% नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) और 10% रिटेल इनवेस्टर्स के लिए है। रजिस्ट्रार केफिन टेक है।

प्राइस बैंड, लॉट साइज और मिनिमम इनवेस्टमेंट

Meesho IPO प्राइस बैंड ₹105 से ₹111 प्रति शेयर है। लॉट साइज 135 शेयर्स का है, यानी मिनिमम इनवेस्टमेंट (अपर प्राइस पर) ₹14,985 होगा। रिटेल इनवेस्टर्स के लिए यह एक अच्छा एंट्री पॉइंट हो सकता है, लेकिन रिस्क को ध्यान में रखें।

Meesho IPO जीएमपी: क्या है ग्रे मार्केट प्रीमियम?

Meesho IPO GMP आज ₹49 प्रति शेयर है, जो अपर प्राइस बैंड (₹111) से 44.14% ऊपर है। इसका मतलब है कि लिस्टिंग पर अच्छा प्रीमियम मिल सकता है, लेकिन याद रखें, GMP कोई गारंटी नहीं है। यह सिर्फ मार्केट सेंटिमेंट दिखाता है। लॉन्ग-टर्म के लिए फंडामेंटल्स ज्यादा महत्वपूर्ण हैं।

मीशो के फाइनेंशियल्स: रेवेन्यू बढ़ा, लेकिन प्रॉफिट में घाटा

मीशो के फाइनेंशियल परफॉर्मेंस को देखें तो कुल इनकम में 30% CAGR ग्रोथ हुई है। FY25 में यह ₹9900.90 करोड़ पहुंच गई। हालांकि, प्रॉफिट में अभी घाटा है:

  • FY23: नेट लॉस ₹1671.90 करोड़।
  • FY24: नेट लॉस घटकर ₹327.64 करोड़।
  • FY25: नेट लॉस बढ़कर ₹3941.71 करोड़।
  • H1 FY26 (अप्रैल-सितंबर 2025): नेट लॉस ₹700.72 करोड़, टोटल इनकम ₹5857.69 करोड़।

कंपनी पर कोई डेट नहीं है और पिछले दो सालों में पॉजिटिव फ्री कैश फ्लो जेनरेट किया है। मार्केटप्लेस कंट्रीब्यूशन मार्जिन H1 FY26 में NMV का 3.6% पहुंच गया।

फंड यूज: पैसा कहां लगेगा?

फ्रेश इश्यू से मिलने वाली राशि का इस्तेमाल:

  • ₹1390 करोड़: सब्सिडियरी MTPL के क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर में।
  • ₹480 करोड़: MTPL के एम्प्लॉयी सैलरी में।
  • ₹1020 करोड़: MTPL के मार्केटिंग में।
  • बाकी: इनऑर्गेनिक ग्रोथ के लिए एक्विजिशन्स और जनरल कॉर्पोरेट यूज में।

एक्सपर्ट्स की सलाह: मीशो आईपीओ में निवेश करें या अवॉइड?

Meesho IPO में निवेश करें? एक्सपर्ट्स लॉन्ग-टर्म के लिए हां कह रहे हैं।

  • एंजेल वन: लॉन्ग-टर्म सब्सक्राइब रेकमेंडेड। अपर प्राइस पर FY25 सेल्स का 5.3x वैल्यूएशन, $620 करोड़ GMV रन-रेट और इम्प्रूविंग मार्जिन से सपोर्ट। शॉर्ट-टर्म में हाई रिस्क, लेकिन लॉन्ग-टर्म इनवेस्टर्स के लिए ठीक।
  • एसबीआई सिक्योरिटीज: लॉन्ग-टर्म सब्सक्राइब। जीरो-कमीशन मॉडल मजबूत, पॉजिटिव कैश फ्लो है, लेकिन टेक्नोलॉजी और मार्केटिंग में इनवेस्टमेंट्स से प्रॉफिटेबिलिटी चैलेंजिंग।

रिस्क्स: क्या हैं चुनौतियां?

मीशो लगातार घाटे में है, FY25 में लॉस बढ़ा। टेक्नोलॉजी, मार्केटिंग और इंजीनियरिंग में इनवेस्टमेंट्स से नीयर-टर्म प्रॉफिटेबिलिटी अनसर्टेन। GMP पर भरोसा न करें, फंडामेंटल्स चेक करें।

निष्कर्ष: मीशो आईपीओ एक अच्छा लॉन्ग-टर्म बेट?

मीशो का आईपीओ टुडे ओपन हो चुका है और ई-कॉमर्स ग्रोथ की वजह से पोटेंशियल है। अगर आप हाई-रिस्क टॉलरेंट हैं, तो लॉन्ग-टर्म के लिए कंसिडर करें। लेकिन, अपनी फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें।

डिस्क्लेमर: यह जानकारी जनरल है, निवेश से पहले प्रोफेशनल एडवाइस लें।

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