Top 10 ETFs in India 2026: भारतीय निवेशकों की वॉचलिस्ट के लिए सबसे दमदार विकल्प

पिछले कुछ वर्षों में भारतीय स्टॉक मार्केट में निवेशकों के व्यवहार में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। पहले ETFs (Exchange Traded Funds) को एक निच प्रोडक्ट माना जाता था, जिसका उपयोग मुख्य रूप से संस्थागत निवेशक करते थे। लेकिन अब पूरा परिदृश्य बदल चुका है। कम लागत, सरल संरचना, पारदर्शिता और इंडेक्स-ट्रैकिंग की सुविधा ने ETFs को आम निवेशकों के बीच लोकप्रिय बना दिया है।

ETFs की मांग इसलिए भी बढ़ी है क्योंकि ये न सिर्फ कम खर्चे पर डायवर्सिफिकेशन देते हैं, बल्कि फंड मैनेजर की बायस, स्टाइल ड्रिफ्ट और ओवर-एक्टिव मैनेजमेंट जैसी समस्याओं से भी मुक्त होते हैं। आज के समय में जब कई ऐक्टिव फंड अपने बेंचमार्क को लगातार मात देने में संघर्ष कर रहे हैं, ETFs निवेशकों को अधिक प्रिडिक्टेबल और स्थिर निवेश अनुभव दे रहे हैं।

इसके अलावा, गोल्ड और सिल्वर जैसे कमोडिटी-आधारित ETFs ने आर्थिक अनिश्चितता के दौर में बेहतरीन रिटर्न दिए हैं। वहीं, NASDAQ और S&P 500 जैसे ग्लोबल इंडेक्स को ट्रैक करने वाले इंटरनेशनल ETFs भारतीय निवेशकों को भौगोलिक विविधता (Geographical Diversification) का शानदार विकल्प देते हैं।

Top 10 ETFs in India for 2026 – परफॉर्मेंस आधारित सूची

नीचे दिए गए ETFs को उनके 1 साल, 3 साल, 5 साल, 10 साल के रिटर्न, 3-Year Rolling CAGR, और Sharpe व Sortino Ratio जैसे Risk-Adjusted Parameters के आधार पर चुना गया है।

भारत के टॉप गोल्ड और सिल्वर ETFs (2026 वॉचलिस्ट)

ETF नाम1 साल (%)3 साल CAGR (%)SharpeSortinoSD Annualised
Axis Silver ETF33.3335.650.330.8224.45
HDFC Silver ETF33.2134.520.320.7825.55
DSP Silver ETF33.1333.430.340.8524.1
Aditya Birla SL Silver ETF33.3422.620.330.8424.51
LIC MF Gold ETF37.3723.140.471.2814.36
UTI Gold ETF37.7822.960.471.2914.37
Axis Gold ETF37.2822.690.481.3613.67
ICICI Pru Gold ETF37.3222.680.481.3713.73
HDFC Gold ETF37.2222.590.481.3113.87
Motilal Oswal Nasdaq 100 ETF23.6723.540.420.8117.93

कमोडिटी ETFs का शानदार प्रदर्शन

Silver ETFs: हाई रिटर्न, हाई वोलैटिलिटी

  • Axis, HDFC, DSP और Aditya Birla SL जैसे सिल्वर ETFs ने पिछले तीन वर्षों में 22% से 35% तक की दमदार CAGR रिटर्न दिया है।
  • हालांकि सिल्वर की वोलैटिलिटी अधिक है (SD 24%+), लेकिन Sharpe और Sortino Ratio दर्शाते हैं कि जोखिम-समायोजित प्रदर्शन मजबूत रहा है।

सिल्वर के उछाल के प्रमुख कारण:

  • इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV), सोलर, और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग में बढ़ती मांग
  • सप्लाई की कमी
  • महंगाई और भू-राजनीतिक तनाव के चलते सेफ हैवन डिमांड

Gold ETFs: स्थिरता और निरंतरता का प्रतीक

  • गोल्ड ETFs ने पिछले 10 वर्षों में 12–13% की स्थिर CAGR दी है।
  • Sharpe Ratio लगभग 0.47–0.48 और Sortino Ratio 1.28+ बताता है कि गोल्ड ने न सिर्फ अच्छे रिटर्न दिए, बल्कि गिरावट के दौरान भी पोर्टफोलियो को बचाया।

गोल्ड की कम वोलैटिलिटी (लगभग 14%) इसे एक बैलेंसर एसेट बनाती है।

Motilal Oswal Nasdaq 100 ETF: ग्लोबल ग्रोथ का रास्ता

NASDAQ 100 ETF ने:

  • 3 साल का CAGR: ~23%
  • 5 साल का CAGR: 21.44%

उपरोक्त हाई रिटर्न अमेरिकी टेक कंपनियों की ताकत को दर्शाता है।
AI, क्लाउड, सेमीकंडक्टर और डिजिटल एडॉप्शन की तेज़ी ने इस इंडेक्स को मजबूत बनाए रखा है।

इंटरनेशनल ETFs भारतीय निवेशकों को निम्नलिखित फायदा देते हैं:

  • डॉलर एप्रिसिएशन का लाभ
  • भारतीय बाजार की तुलना में कम कोरिलेशन
  • टेक और इनोवेशन सेक्टर में एक्सपोज़र

Why ETFs Should Be in Your 2026 Watchlist

2026 में ETF बाजार भारत में और मजबूत होने जा रहा है। इसके पीछे ये बड़े कारण हैं:

कम खर्च और पारदर्शी संरचना

हर खर्चे का महत्व होता है। ETFs में एक्सपेंस रेशियो बेहद कम होता है, जिससे लंबे समय में रिटर्न बेहतर बनते हैं।

डायवर्सिफिकेशन तुरंत मिलता है

एक यूनिट खरीदकर दर्जनों स्टॉक्स/कमोडिटीज़ का एक्सपोजर मिल जाता है।

कोई फंड मैनेजर बायस नहीं

ETFs सिर्फ इंडेक्स को ट्रैक करते हैं —
न कोई स्टाइल ड्रिफ्ट, न ओवर-ट्रेडिंग, न ह्यूमन बायस।

वैल्यूएशन ओवरहीटिंग से बचाव

जब भारतीय मार्केट उच्च वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रहा हो,
NASDAQ या Gold जैसे ETFs पोर्टफोलियो को संतुलित रखते हैं।

मजबूत रेगुलेशन और बढ़ती लिक्विडिटी

SEBI और एक्सचेंज प्रगति कर रहे हैं, जिससे ETF मार्केट पहले से ज्यादा भरोसेमंद बन रहा है।

Final Takeaway: अपनी रणनीति के हिसाब से ETF चुनें

ETFs सिर्फ रिटर्न देने का साधन नहीं, बल्कि पोर्टफोलियो बनाने का वैज्ञानिक तरीका हैं।
2026 में निवेश करते समय ध्यान रखें:

  • आपका Risk Appetite
  • आपका Investment Horizon
  • आपके Financial Goals
  • गोल्ड – स्थिरता
  • सिल्वर – ग्रोथ + वोलैटिलिटी
  • NASDAQ ETF – ग्लोबल एक्सपोज़र
  • भारत के थीमेटिक/सेक्टर ETFs – घरेलू ग्रोथ का लाभ

बुद्धिमानी से निवेश करें, बिना शॉर्ट-टर्म रिटर्न के पीछे भागे।

डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य है और निवेश सलाह नहीं। बाजार जोखिम के अधीन है।

Infosys Buyback 2025: बैंक में कम पैसा क्यों आया? TDS का पूरा गणित समझिए (₹1800 वाले बायबैक में भी कटौती!)

Groww Nifty Metal ETF NFO 2025: 17 दिसंबर तक खुला, निवेश के नए अवसर

F&O ट्रेडिंग में प्री-ओपन सेशन: सोमवार से नई शुरुआत, जानें पूरी टाइमलाइन और फायदे 2025

Leave a Comment