शॉकिंग खबर: UTI और Kotak ने Silver ETF में नई Investments रोकीं, निवेशकों के लिए खतरे की घंटी?

रिटेल निवेशकों के लिए बड़ी खबर है, UTI Asset Management Company ने Silver ETF Fund of Fund में नई Lump-Sum और Switch-In Investments को तत्काल प्रभाव से 13 अक्टूबर 2025 से रोक दिया है। यह कदम Kotak Mahindra Asset Management Company के बाद दूसरा बड़ा फैसला है, जिसने गुरुवार को इसी तरह की पाबंदी लगाई थी। क्या यह Silver Market में मंदी का संकेत है? अगर आप Silver ETF, Market Conditions या Investment Options के बारे में जानना चाहते हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए है। हम यहां कारण, प्रभाव और भविष्य के Outlook को डिटेल में कवर करेंगे।

UTI और Kotak का बड़ा कदम: Silver ETF में Investments पर रोक क्यों?

UTI ने शनिवार को जारी बयान में कहा कि यह फैसला मौजूदा Market Conditions और घरेलू बाजार में Physical Silver की कमी के कारण लिया गया है। चूंकि Silver की कीमतें अंतरराष्ट्रीय स्तर की तुलना में Premium पर ट्रेड कर रही हैं, इसलिए Domestic Silver Prices का असर Scheme Valuation पर पड़ रहा है। कंपनी ने स्पष्ट किया कि यह कदम निवेशकों की सुरक्षा और Market Stability के लिए जरूरी है।

इससे पहले, Kotak Mahindra AMC ने गुरुवार को अपनी Silver ETF Fund of Fund में नई Investments पर अस्थायी रोक लगा दी थी। Kotak के मुताबिक, यह पाबंदी Diwali जैसे बड़े हिंदू त्योहार के बाद Supply में सुधार होने तक, अगले कुछ हफ्तों में हटाई जा सकती है। दोनों कंपनियों का यह कदम Silver Market में बढ़ती मांग और सीमित आपूर्ति के बीच उठाया गया है।

Silver Prices में उछाल: रिकॉर्ड हाई पर पहुंचा भाव

Spot Silver ने गुरुवार को रिकॉर्ड हाई $51.22 प्रति औंस छुआ, जो पहली बार $51 प्रति औंस के स्तर को पार किया। भारत, जो दुनिया का सबसे बड़ा Silver Consumer है, में Domestic Prices पर Premium गुरुवार को 10% तक उछल गया। Bullion Dealers के अनुसार, यह तेजी Investment Demand और Key Festival Season की वजह से हुई, जहां Supply Limited रही।

इसकी वजह से Silver ETF Funds की Valuation पर दबाव बढ़ा, जिसके चलते Fund Managers को नई Investments रोकने का फैसला लेना पड़ा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्थिति Short-Term में Volatility ला सकती है, लेकिन Long-Term में Demand बनी रहेगी।

निवेशकों पर असर: क्या करें और क्या न करें?

Silver ETF में निवेश करने वाले रिटेल निवेशकों के लिए यह समय सावधानी बरतने का है। UTI और Kotak का यह कदम Market Sentiment पर असर डाल सकता है, खासकर उन निवेशकों पर जो Silver को Inflation Hedge के रूप में देखते हैं। हालांकि, Kotak ने आशा जताई है कि Diwali के बाद Supply में सुधार से स्थिति सामान्य हो सकती है।

निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने Portfolio को डायवर्सिफाई करें और Certified Financial Advisor से सलाह लें। इस तरह की पाबंदी से पहले ही Silver ETFs में कुछ गिरावट देखी गई थी, जो अब और बढ़ सकती है।

भविष्य का Outlook: क्या Silver Market में सुधार की उम्मीद?

Silver Market में मौजूदा उथल-पुथल के बावजूद, Analysts का मानना है कि भारत में Petcare और Industrial Demand की वजह से Long-Term Growth बरकरार रहेगी। UTI और Kotak ने यह साफ नहीं किया कि पाबंदी कब तक रहेगी, लेकिन Market Experts का कहना है कि Supply Chain में सुधार के साथ स्थिति पटरी पर लौट सकती है।

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