Zerodha का धमाका! अमेरिकी स्टॉक्स में निवेश का नया रास्ता खुला, GIFT City से Q1 2026 में लॉन्च

अगर आप Zerodha यूजर्स हैं और हमेशा से अमेरिकी मार्केट में निवेश करने का सपना देखते आए हैं, तो अच्छी खबर! भारत की सबसे बड़ी ब्रोकरेज कंपनी Zerodha अगले क्वार्टर से US Stocks में इनवेस्टमेंट का ऑप्शन लॉन्च करने जा रही है, वो भी GIFT City के जरिए. CEO Nithin Kamath ने खुद खुलासा किया है कि ये एक बड़ा प्रोडक्ट लॉन्च होगा, जो यूजर्स को सिम्पल और सीमलेस एक्सपीरियंस देगा. क्या ये आपके पोर्टफोलियो को ग्लोबल लेवल पर ले जाएगा? आइए जानते हैं इस लेटेस्ट अपडेट की पूरी डिटेल्स, बैकग्राउंड, फायदे और क्या उम्मीद करें. ये न्यूज हर इनवेस्टर के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकती है!

Zerodha का US Stocks प्लान: क्यों है ये इतना बड़ा अपडेट?

Zerodha, जो रेवेन्यू के मामले में भारत की नंबर-1 ब्रोकरेज है, अब तक US Stocks इनवेस्टमेंट से दूर रही है. लेकिन अब कंपनी GIFT City के रेगुलेटरी फ्रेमवर्क का फायदा उठाकर ये सर्विस लॉन्च करने की तैयारी में है. CEO Nithin Kamath ने YouTube पर Ask Me Anything सेशन में कहा, “हम इस पर काम कर रहे हैं, और अगले क्वार्टर में कुछ न कुछ लॉन्च हो जाएगा. ये एक प्रोडक्ट लॉन्च है.” CTO Kailash Nadh ने भी जोड़ा कि GIFT City से रेगुलेटरी क्लैरिटी मिल गई है, और बैकएंड-फ्रंटएंड दोनों पर सिम्पल एक्सपीरियंस बनाने पर फोकस है.

ये लॉन्च Q1 2026 (जनवरी-मार्च) में होने की उम्मीद है, जो Zerodha के लिए स्ट्रेटेजिक मूव है. कंपनी के पास 1.6 करोड़ यूजर्स हैं, और ये फीचर उनके ग्लोबल डाइवर्सिफिकेशन की डिमांड को पूरा करेगा. Zerodha की ये एंट्री Angel One, INDmoney, JM Financial, Axis Direct, HDFC Securities, Kuvera और 5paisa जैसे कॉम्पिटिटर्स को टक्कर देगी, जो पहले से US Stocks सर्विस दे रहे हैं.

GIFT City का रोल: US Stocks निवेश को आसान कैसे बनाएगा?

GIFT City (Gujarat International Finance Tec-City) भारत का इंटरनेशनल फाइनेंशियल हब है, जो FEMA (Foreign Exchange Management Act) के तहत इंटरनेशनल टेरिटरी माना जाता है – ठीक दुबई या सिंगापुर की तरह. यहां सभी फाइनेंशियल सर्विसेज (बैंकिंग, कैपिटल मार्केट्स, इंश्योरेंस) एक ही रेगुलेटर IFSCA (International Financial Services Centres Authority) के अंडर आती हैं. US Stocks इनवेस्टमेंट के लिए दो मुख्य प्लेटफॉर्म्स हैं:

  • India INX Global Access (BSE की सब्सिडियरी)
  • NSE IX US Stocks Unsponsored Depository Receipts (UDRs)

UDRs की खासियत ये है कि ये US Stocks को फ्रैक्शनल फॉर्म में ऑफर करते हैं, बिना US ब्रोकर की जरूरत के. HDFC Bank जैसे कस्टोडियन US कस्टोडियन (जैसे Deutsche Bank) को इंस्ट्रक्ट करते हैं, जो Apple या Tesla जैसे स्टॉक्स खरीदते हैं. फिर UDRs क्रिएट होकर इनवेस्टर के GIFT City Demat Account में क्रेडिट हो जाते हैं. ये रूट RBI की Liberalised Remittance Scheme (LRS) की कॉम्प्लेक्सिटी को कम करता है, जहां 7 लाख रुपये से ऊपर इनवेस्टमेंट पर 20% TCS लगता है.

बैकग्राउंड: 2020 से पेंडिंग था ये प्लान, अब क्यों हो रहा रियल?

2020 में Nithin Kamath ने US Stocks इनवेस्टमेंट का ऐलान किया था, लेकिन COVID-19 डिसरप्शन्स और रेमिटेंस रूल्स की वजह से डिले हो गया. Zerodha को US ब्रोकर के साथ पार्टनरशिप करनी पड़ती, जो चैलेंजिंग था. अब GIFT City ने प्रोसेस को सिंपल बना दिया है. हाल ही में Groww ने भी US ट्रेडिंग सस्पेंड की थी, क्योंकि USD फंडिंग, हाई विदड्रॉल फीस और सेटलमेंट डिले जैसी प्रॉब्लम्स थीं. Zerodha का ये मूव Q1 FY26 में 40% रेवेन्यू ड्रॉप के बाद डाइवर्सिफिकेशन स्ट्रेटेजी का हिस्सा लगता है.

Zerodha, जो 2010 में Nithin और Nikhil Kamath ने बूटस्ट्रैप्ड तरीके से शुरू की, हमेशा से इनोवेटिव रहती है. ये लॉन्च उनके ट्रेडिंग और इनवेस्टमेंट प्लेटफॉर्म्स के रिवैंप का भी हिस्सा है, जहां टेक्नोलॉजी, डिजाइन और इंफ्रास्ट्रक्चर पर बड़ा अपग्रेड हो रहा है.

निवेशकों के लिए फायदे: ग्लोबल मार्केट एक्सेस, लेकिन चुनौतियां भी

फायदे:

  • डाइवर्सिफिकेशन: Apple, Tesla, Google जैसे US Stocks में आसान एंट्री, जो इंडियन मार्केट की वोलेटिलिटी से बचाव देगा.
  • सीमलेस एक्सपीरियंस: Zerodha का यूजर-फ्रेंडली इंटरफेस, जीरो ब्रोकरेज मॉडल के साथ.
  • टैक्स बेनिफिट्स: GIFT City से TCS और रेमिटेंस इश्यूज कम, हालांकि LRS लिमिट (2.5 लाख डॉलर/साल) लागू रहेगी.
  • फ्रैक्शनल इनवेस्टिंग: छोटे अमाउंट से US Stocks में हिस्सेदारी.

चुनौतियां:

  • कॉस्ट: रेमिटेंस फीस और TCS (7 लाख से ऊपर) छोटे इनवेस्टर्स के लिए महंगा.
  • रिस्क: करेंसी फ्लक्चुएशन और US मार्केट वोलेटिलिटी.
  • अलॉटमेंट: शुरुआत में हाई डिमांड से डिले पॉसिबल.

एक्सपर्ट्स कहते हैं, लॉन्ग-टर्म इनवेस्टर्स के लिए ये गोल्डन चांस है, लेकिन रिसर्च जरूरी.

Zerodha के फ्यूचर प्लान्स: सिर्फ US Stocks ही नहीं

इसके अलावा Zerodha ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को रिवैंप कर रही है – नई टेक्नोलॉजी, डिजाइन और इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ. CEO Kamath ने कहा कि सोशल मीडिया पर यूजर्स की डिमांड्स (जैसे US इनवेस्टिंग) को प्रायोरिटी दी जा रही है. कंपनी का फोकस हमेशा यूजर-सेंट्रिक रहता है, जो इसे Groww, Angel One और Upstox से अलग करता है.

नोट: ये अपडेट्स 27 अक्टूबर 2025 के हैं. लेटेस्ट डिटेल्स के लिए Zerodha की ऑफिशियल चैनल्स चेक करें.

डिस्क्लेमर: ये कंटेंट इंफॉर्मेशनल पर्पज के लिए है, इनवेस्टमेंट एडवाइज नहीं. निवेश से पहले फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें.

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